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Best Alibaba Chalis Chor Story in Hindi | Alibaba aur 40 Chor 2020

आज आप जाने वाले हैं Alibaba Chalis Chor Story in Hindi के रोमांचक सफर मे। आशा करते हैं, आपको यह Alibaba aur 40 Chor कहानी एंटरटेन करने के साथ एक अच्छी सीख भी देगी।


alibaba chalis chor story in hindi


माना जाता है, यह घटना सत्य पर आधारित है। कि कैसे अलीबाबा ने चतुराई से , चोरों से उनका ही खजाना चुरा लिया।

इस कहानी को हमने 7 भागों में बाँटा है, कहानी थोड़ी सी बड़ी जरूर है, परन्तु रोमांच से भरी हुई है, तो चलिये पढ़ते हैं इस अनोखी कहानी को।


Alibaba Chalis Chor:


Alibaba aur 40 Chor Part 1

” गुफा का राज “


      एक बार की बात है, एक गांव में अली बाबा नाम का बढ़ई अपनी पत्नी के साथ रहता था। वे दोनों बहुत गरीबी में अपना जीवन गुजार रहे थे।

अली बाबा रोज अपना गधा लेकर जंगल जाता, और जंगल से गधे में लकड़ी लादकर शहर ले जाता,

शहर में लकड़ियां बेचकर जो कुछ उसे मिलता वह उसी से अपना गुजारा करता था।

    एक दिन अली बाबा रोज की तरह जंगल से लकड़ियां लेने के लिए गया था। वह लकड़ियां काट ही रहा था कि उसे, पीछे से कुछ शोर सुनाई दिया। वह शोर घोड़े पर सवार कुछ लोगों का था।

वह तेजी से आगे की ओर बढ़ रहे थे, अली बाबा सावधान हो गया। वह अपने गधे को झाड़ी के पीछे ले गया और गधे को वहीं बांध दिया और वह खुद जाकर एक पेड़ के ऊपर चढ़ गया।

घोड़े पर सवार लोग घोड़े सहित उस ही पेड़ के नीचे आकर रुके जिस पेड़ के ऊपर अली बाबा चढ़ा हुआ था। अली बाबा ने गौर से देखा तो वो चोर थे।

सबने अपने मुँह में नकाब बांधा हुआ था। उसने उनकी गिनती करी तो वो पूरे 40 थे।

उन सभी चालीस चोरों के पास बोरियों में कुछ सामान था , एक चोर की बोरी थोड़ी सी फट गई थी, उसमें से सोने की गिन्नियां गिर रही थी।

अली बाबा को अब विश्वास हो गया कि वो चोर ही हैं, औऱ कहीं से ये सारा माल चोरी कर, लेकर आए हैं।

     वे सभी चोर अपने घोड़े पेड़ के नीचे खड़े करके, बोरियों को अपने कंधे पर लेकर आगे बढ़े। पेड़ से थोड़ी ही दूरी पर एक चट्टान थी, सभी चोर अपने अपने बोरे के साथ उस जगह इकट्ठा हुए। चट्टान के आगे एक बड़ा सा पत्थर था।


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     तभी चोरों का सरदार आगे आया और कुछ जादुई शब्द बोले। वो शब्द थे, –

” खुल जा सिम सिम”

    सरदार के ऐसा कहते ही वो बड़ा सा पत्थर गड़गड़ाहट के साथ हट गया। अली बाबा ने देखा, कि उस चट्टान के अंदर ही अंदर एक बड़ी सी गुफा थी।

उसके अंदर सभी चोर 1-1 कर गए सरदार भी अंदर गया. और पत्थर गुफा के मुंह में फिर से लग गया। थोड़ी देर बाद चट्टान में गुफा का मुंह फिर से खुला, और सब उस गुफा से बाहर आए। सरदार ने फिर कुछ जादुई शब्द कहे, –

“बंद हो जा सिम सिम।”

गुफा फिर से बंद हो गयी। सभी चोर अपने सरदार के साथ अपने अपने घोड़ों को लेकर वहाँ से चले गए।

अली बाबा को पेड़ के ऊपर से सब दिखाई दे रहा था। वह सब गौर से देख रहा था।

सबसे पहले तो उसे चट्टान में ,जादुई गुफा को देखकर बहुत आश्चर्य हुआ । वह पेड़ से फटाफट उतरा और गुफा के पास गया , उसने भी वही जादुई शब्द बोले जिससे गुफा खुलती थी।

“खुल जा सिम सिम”

पत्थर चट्टान से हटा , और गुफा का मुंह खुल गया। अली बाबा गुफा के अंदर गया।

अंदर जाते ही उसने देखा कि, गुफा में बहुत ज्यादा धन-दौलत, बहुत सारे सोने के सिक्के, जेवर, बोरियों में भरे हुए खजाने और भी बहुत कुछ भरा हुआ है।

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Alibaba Chalis Chor story in Hindi Part 2

” खजाने का खुलासा “


इतना सब देखकर उसकी आंखें चौंधिया गयीं। उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था, कि वह इतना सारा खजाना देख रहा है। उसे सब सपने जैसा लग रहा था।

उसने तुरंत 2-3 बोरियां उठाई और उनमें सोने के सिक्के भरे और गुफा से बाहर आ गया।

गुफा को बंद करने के लिए भी उसने सरदार द्वारा बोले गए जादुई शब्दों को दोहराया।

   “बन्द हो जा सिम सिम”

गुफा बन्द हो गयी। अली बाबा बोरियों को उठाकर अपने गधे के पास गया। उसने गधे के ऊपर से लकड़ियां हटाई और सोने के सिक्कों से भरी बोरियां उस पर लाद दीं। वह अपने घर चला गया।

   घर में जैसे ही वह पहुंचा, उसने बोरियों को घर के अंदर ले जाकर रख लिया। उसकी पत्नी उसके लिए पानी लेकर आई। जैसे ही वह अली बाबा को पानी देने लगी,उसकी नजर बोरियों पर पड़ी।

बोरियों में ऊपर से ही सोने की गिन्नियां चमक रहीं थीं। वह हैरान हो गयी।

उसने बोरियों को पास जाकर देखा और सभी बोरियों को जमीन पर पलट दिया। वह दुविधा में पड़ गयी कि इतना धन कहा से आया! उसने तिलमिलाहट में आकर अली बाबा से सच्चाई बताने को कहा।

अली बाबा ने सारी सच्चाई उसे बता दी और जो कुछ भी जंगल में हुआ वह सब भी बता दिया।

अली बाबा ने अपनी पत्नी से कहा, -” तुम यह राज, राज ही रखना। इसके बारे में किसी को भी पता नहीं लगना चाहिए। किसी को भी नही। समझीं??”

उसकी पत्नी ने कहा, – “ठीक है। लेकिन हम इतना धन रखेंगे कहा?”

अली बाबा ने जवाब दिया – ” हम इस खजाने को दफना देंगे, जिससे किसी को भी इसके बारे में पता नहीं चलेगा।”

अली बाबा की पत्नी ने कहा, ” हमें यह धन माप कर रखना चाहिए।

लेकिन हमारे पास तो ऐसा कुछ है ही नहीं जिससे हम ये सब माप कर इसको सुरक्षित कर सके। मैं तुम्हारे भाई  कासिम से मापने का बर्तन ले आती हूँ।”

अली बाबा ने कहा, ‘” ठीक है लेकिन, उसको कुछ बताना मत!”

अली बाबा की पत्नी कासिम के पास मापने का बर्तन लेने चले गई।

   कासिम , अली बाबा का सौतेला भाई था। लेकिन वह बहुत ही अमीर था और अपने भाई अली बाबा से बहुत जलता था, वह उसे अच्छा भी नहीं मानता था।

अली बाबा की पत्नी कासिम के घर पहुंची । उड़ने दरवाजा खटखटाया।

अंदर से कासिम आया और उससे पूछा, – कहो क्या बात है।”

अली बाबा की पत्नी ने कहा, ” भाईसाहब मुझे मापने वाले बर्तन की जरूरत है, क्या आप वो कुछ समय के लिए मुझे दे सकते हैं!”

   कासिम को दाल में कुछ काला नजर आया। उसने जब पूछा की आज इसकी जरूरत कैसे पड़ गयी तो अली बाबा की पत्नी ने कुछ बहाना बनकर उसे टाल दिया।

कासिम को उस पे शक हो गया था। वह अंदर गया और मापने वाले बर्तन में थोड़ा शहद लगा कर ले आया। उसने बर्तन अली बाबा की पत्नी को दे दिया।

अली बाबा की पत्नी बर्तन लेकर घर आ गयी।

   अली बाबा , और उसकी पत्नी ने मिलकर सभी सोने की गिन्नियां गिन ली, और उन दोनों ने मिलकर सारे धन को बोरो में भरकर आंगन में ही दफना दिया।

अली बाबा की पत्नी कासिम को बर्तन देने चले गयी। उन दोनों को बर्तन में लगे शहद के बारे में बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था।

उस बर्तन में कुछ सोने के सिक्के शहद की वजह से चिपक चुके थे। बहरहाल अली बाबा की पत्नी ने बर्तन कासिम को वापस कर दिया।

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40 Chor and Alibaba story in Hindi Part 3

” लालची कासिम को खजाने का पता “


     कासिम ने जब बर्तन को देखा तो वह भी हैरान हो गया। वह उन सोने के सिक्कों को लेकर अली बाबा के घर गया, और पूछने लगा कि तुम्हारे पास इतना सोना आया कहा से!

    कासिम की जिद के चलते अली बाबा ने उसे सारी सच्चाई बता दी।

अब कासिम उसे गुफा तक ले जाने की जिद करने लगा। अली बाबा मान गया औऱ उसको गुफा तक ले गया।

कासिम ने अंदर जाने की जिद करी। परन्तु अली बाबा ने मना कर दिया। अली बाबा ने कहा, ” चोर किसी भी वक्त यहां आते ही होंगे। हम यहां फिर कभी आएंगे। अभी चलो यहां से।”

    दोनो अपने-अपने घर चले गए।

Funny Part of this alibaba chalis chor story in hindi- कासिम से इंतजार ही नहीं हो पा रहा था। उसने अपने दोनों गधों को पकड़ा और कुछ बोरियां ले लीं।

वह उस चट्टान की ओर चल पड़ा।

अली बाबा ने गुफा खोलने वाले जादुई शब्द उसे बताए थे, तो वह गुफ़ा खोलने में कामयाब हो गया। वह अंदर गया और उसे विश्वास ही नही हुआ, उतना सारा खजाना देख कर।

उसने अपनी सभी बोरिया खजाने से भर लीं , और बाहर की ओर आने लगा। समय ज्यादा हो चुका था तो गुफा का मुंह अपने आप बन्द हो गया था।

   अब कासिम के सामने एक बडी मुसीबत आ गयी , वह गुफ़ा खोलने वाले जादुई शब्द भूल गया। वह गुफा खोलने के लिए अनाब-शनाब बकने लगा।

“खुल जा टीम टीम”
“खुल जा चिम चिम”
“खुल जा खुल खुल”

गुफा खुल ही नहीं रही थी। वह वहां फंस गया था।

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Alibaba aur Chalis Chor Part 4

” चोरों द्वारा कासिम की हत्या “


अब थोड़ी ही देर में चट्टान में चोर और उनका सरदार अपना खजाना जमा करने पहुंचे। उन्होंने बाहर देखा , तो 2 गधे गुफा के बाहर खड़े थे,

तो उन्हें पता चल गया कि कोई अंदर है। सभी चोर सतर्क हो गए और सबने अपनी अपनी तलवार बाहर निकली।

   सरदार ने जादुई शब्द बोलकर गुफा खोली। गुफा के अंदर उसे कासिम दिखा सोने से भरी बोरियों के साथ। उसे बहुत ही गुस्सा आया।
सरदार ने कासिम को तलवार से जान से मार डाला।

   वहां कासिम की पत्नी, कासिम के देर रात तक घर न लौटने की वजह से बहुत ही परेशान हुई।

वह आधी रात को अली बाबा के घर पहुंची। उसने अली बाबा को बताया की, कासिम अभी तक घर नहीं लौटा है। अली बाबा समझ गया।

वह जल्द से उस चट्टान में गया, उसे भी गुफा के  बाहर कासिम के गधे दिखे। उसने गुफा खोली तो वह समझ गया कि चोरों ने इसे मार दिया।

Middle Part Of this alibaba chalis chor story in hindi- वह गधों को लेकर अपने घर पहुंचा और कासिम की पत्नी को सारी बात बता दी। वह बहुत दुःखी हुई।

अली बाबा और उसकी पत्नी ने उसे दिलासा दिया।

थोड़े दिनों बाद अली बाबा ने कासिम का सारा कारोबार संभाल लिया । अली बाबा और उसकी पत्नी दोनों कासिम के घर जाकर ही रहने लगे। उनकी खूब तरक्की हुई।

     उन्हीं दिनों चोरों के सरदार को एहसास हो रहा था, कि उनकी गुफा में उनका खजाना कुछ कम सा हो रहा है। उसने अपने एक चोर को बुलाया, और उसे शहर में जासूसी करने को कहा,

उसने चोर से कहा, ” तुम्हे शहर जाकर नजर रखनी है कि हाल ही में कौन अमीर हुआ है। और उसका पता मुझे देना है।”

चोर सरदार की आज्ञा का पालन करने के लिए शहर के बाजार आ गया। वह पूछताछ कर ही रहा था कि तभी उसकी नजर एक इंसान पर पड़ी जो सोने के सिक्कों से खरीददारी कर रहा था। वह इंसान और कोई नहीं बल्कि अली बाबा ही था।

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Alibaba aur 40 Chor story in Hindi Part 5

” चोरों का अलीबाबा पर शक “


    चोर ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। अली बाबा अपने घर की ओर बढ़ा। जैसे ही अली बाबा अपने घर के अंदर गया, चोर ने पहचान के लिए उसके दरवाजे पर एक निशान बना दिया।

चोर सरदार के पास गया और उसे अली बाबा के बारे में बताया, और उसे निशान के बारे में  सब समझा दिया।

    शाम को कासिम की पत्नी घोड़ों-गधों को पानी देने बाहर आई। लेकिन जैसे ही वह अंदर की ओर जाने लगी तो उसने देखा कि, उसके दरवाजे पर एक निशान बना हुआ था।

उसको यह सब कुछ ठीक नहीं लग रहा था। उसने फटाफट से अली बाबा को यह बात बताई। अली बाबा , उसकी पत्नी और कासिम की पत्नी, तीनों ने मिलकर उस ही समय सभी के दरवाजों पर वो निशान बना डाले।

रात को सरदार अपने सभी चोरों के साथ शहर आया । सरदार चोर से अली बाबा के घर का पता पूछने लगा। चोर सभी दरवाजे पर एक जैसा निशान देखकर हैरान हो गया।

उसने सरदार से कहा, “मैं ने तो एक ही दरवाजे पर निशान बनाया था, सरदार! पता नहीं इतने निशान कहाँ से आ गए।” सरदार समझ गया कि वे लोग चौकन्ने हो गये हैं। अब वह सभी चोरों को लेकर वहां से चला गया।


Chalis Chor aur Ali Baba Part 6

” सरदार को अलीबाबा का पता “


      सरदार ने अब स्वयं ही उसका पता लगाने की ठानी। वह शहर एक व्यापारी बन कर आया, और सबसे अमीर आदमी को ढूंढने लगा।

तब पूछताछ के दौरान किसी ने उसे बताया कि यहां का सबसे अमीर आदमी अली बाबा है, और यह भी बताया कि वह पहले बहुत ही गरीब था।

अब सरदार समझ गया कि हो न हो यही वो आदमी है, जो मेरा खजाना चुरा रहा है। वह अली बाबा से मिला, उसने व्यापारी के रूप में उससे बात की ।

सरदार बोला, ” आप इस शहर के सबसे अमीर आदमी हैं, औऱ मैं तेल का व्यापारी हूँ। मेरे पास बहुत ही उम्दा किस्म का तेल है, क्या आप खरीदना चाहेंगे ?”

अली बाबा ने हाँ कर दी। उसे उसने रात को खाने पर अपने घर मे बुलाया. और साथ ही अपना तेल ले आने को भी कहा। सरदार बहुत खुश हुआ और वहां से चला गया।

Intrusting part of this alibaba aur 40 chor- रात हुई। सरदार तेल की 40 बड़ी-बड़ी बर्नियां लेकर अली बाबा के घर पहुंचा। अली बाबा के नौकरों ने तेल की बर्नियां अंदर रखवा दीं। और सरदार की सेवा में लग गए।

अली बाबा और दोनों महिलाओं ने उसकी खूब खातिरदारी करी।

इतने में कासिम की पत्नी तेल की बर्नियो का मुआयना करने पहुंच गई। दरवाजे से अंदर कदम रखते ही उसने कुछ अजीब सी आवाजें सुनी ,उसे अपने कानों पर विश्वास नहीं हुआ।

ये आवाजें बर्नियो के अंदर से आ रही थी। असल में उन बर्नियो के अन्दर तेल की जगह चोर थे, जो आपस में बात कर रहे थे कि बरनी में से कब निकलना है!

कासिम की पत्नी चुप चाप वहां से बाहर आ गयी।

      कुछ देर सोचने के बाद उसने बहुत सारा तेल गरम करने को रख दिया। तेल के उबल जाने पर उसने 1-1 कर सारी बर्नियो में तेल डाल दिया।

सब चोर गरम-गरम तेल अपने शरीर पर पड़ने से चिल्ला रहे थे। लेकिन उनके चिल्लाने की आवाज बाहर नहीं आ रही थी. क्योंकि जब कासिम की पत्नी उन पर तेल डालती तो वह झट से बरनी का ढक्कन बन्द कर देती ताकि आवाज बाहर न आए।

पूरी की पूरी 40 बर्नियीं में तेल पड़ गया। फिर वह अपने कमरे में आराम करने चले गई।

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Alibaba aur Chalis Chor story in Hindi Part 7

” सरदार का भाग जाना “


  आधी रात का समय था सरदार उठा और जहाँ बर्नियां रखी गयी थी वहां गया। सरदार ने चोरों को कहा, “समय हो गया है। सब बाहर आ जाओ।”

अंदर से कुछ आवाज न आने पर उसने बरनी के अंदर देखा तो उसके सभी चोर गर्म तेल में जल जाने की वजह से मर चुके थे।

End of this Alibaba aur 40 Chor story in hindi- उसको हैरानी हुई। अब उसे लगा कि उसको भी अपनी जान बचा कर यहां से भाग लेना चाहिये।

उसने आव देखा न ताव और उसी समय आधी रात को ही वहां से रफ्फूचक्कर हो गया।

वह अपना गुफा वाले खजाने को भी छोड़ कर कहीं दूर चले गया।

      सुबह को कासिम की पत्नी ने दोनों को पूरी रात की दास्तान सुना दी। अली बाबा ने कासिम की पत्नी को उसकी बहादुरी के लिए उसे शाबाशी दी । अब पूरा खजाना भी उनका ही हो गया।


Conclusion:


आज आपने पढ़ी Alibaba Chalis Chor story in Hindi। पूरे विस्तार के साथ । आपको यह Alibaba aur 40 Chor story in hindi कैसी लगी, बताइयेगा कमैंट्स में ,

और ऐसी ही रोचक कहानियां पड़ने के लिए बने रहिये, sarkaariexam.com साथ।

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