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31+ Best Shaheed Bhagat Singh Quotes in Hindi | शहीद भगत सिंह के विचार

भारत की आजादी में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले Shaheed Bhagat Singh Quotes in Hindi. आशा करते हैं, इन महान विचारों को पढ़कर आपको भी उनकी विचार धारा से बहुत कुछ सिखने को मिलेगा,

और देश प्रेम की भावना प्रज्वलित होगी। तो चलिए शुरू करते हैं, Bhagat Singh Quotes in Hindi.

bhagat singh quotes in hindi


Bhagat Singh Quotes in Hindi


_°° भगत सिंह के अनमोल विचार °°_


   शाहिद-ए-आजम भगत सिंह हमारे देश के प्रमुख और महत्वपूर्ण क्रांतिकारियों में से एक हैं। देश के लिए सर्वोच्च बलिदान, अपनी जान देने वाला क्रांतिकारी वीर सदा के लिए अमर हो गया।

उनके अनुसार भारतीय सत्ता बनाने और ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकने के लिए हमें एक न्ययी रणनीति और समाज के पुनर्निर्माण की आवश्यकता थी।

   भगत सिंह का जन्म 27 सितम्बर 1907 को पंजाब के नवांशहर जिले के खटकर कला गांव के एक सिख परिवार में हुआ था। उनकी याद में अब इस नगर का नाम शहीद भगत सिंह नगर रख दिया गया है।  उनका पूरा परिवार स्वतंत्रता आंदोलनों से सक्रिय रूप से जुडा हुआ था।

    शहीद भगत सिंह ने स्वतंत्रता प्राप्ति के संघर्ष को क्रांतिकारी रूप दिया। भारत के क्रांतिकारी आंदोलन को एक नई दिशा दी। पंजाब में स्वतंत्रता का संदेश फैलाने के लिए नौजवान भारत सभा का गठन किया।

  चंद्रशेखर के साथ मिलकर भारत में गणतंत्र को स्थापित करने के लिये  हिंदुस्तानी प्रजातंत्र संघ का गठन किया। उन्होंने लाला लाजपत राय की मृत्यु का बदला लेने के लिए एक पुलिस अधिकारी की हत्या की।

और सबसे मुख्य, उन्होंने बटुकेश्वर दत्त के साथ मिलकर केंद्रीय विधानसभा में बम गिराया। उनके लिए क्रांति का अर्थ था, अन्याय से उतपन्न हुए हालातों को  बदलना।

भगत सिंह ने यूरोपीय क्रांतिकारी आंदोलन का अध्ययन किया और समाजवाद की ओर अत्यंत आकर्षित हुए। उन्होंने इसके लिए बहुत से प्रयास भी किये,

परन्तु उन्हें आतंकवादी घोषित कर जेल मे डाल दिया गया।  वे व्यक्तिगत तौर पर आतंकवाद के कड़े निंदक थे।


Quotes of Bhagat Singh in Hindi 1-10 :

 शाहिद-ए-आजम भगत सिंह द्वारा देश के लिए उद्बोधित कुछ महत्वपूर्ण विचार इस प्रकार हैं-

शहीद भगत सिंह के विचार


   ” अपना जीवन स्वयं ही जिया जाता है, दूसरों के कधों के सहारे तो केवल जनाजे उठते हैं। “


   ” हम सबका धर्म देश की सेवा करना है। “


अर्थात- ” भगतसिंह सदैव देशप्रेम और क्रांति जैसे भावों को अधिक प्राथमिकता देते थे वे स्वयं तो एक महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी थे,

ही साथ ही वे औरों को भी देश के लिए कुछ भी कर सकने वालों को क्रान्ति में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित करते थे। “


  ” किसी व्यक्ति को मारना आसान है, परन्तु उसके विचारों को नहीं। महान साम्राज्यों के नष्ट हो जाने के बाद भी उनके प्रसिद्ध विचार बच जाते हैं। “


अर्थात- “महान सभ्यताओ के नष्ट हो जाने के बाद आज भी उसके कई अवशेष हमें देखने को मिलते हैं, जो कुछ महानुभावों द्वारा सहेज कर रखें जाते हैं।

जबकि उन सभ्यताओं के नष्ट हो जाने में भी कहीं न कहीं उनका ही हाथ होता है। लोग गरीबों को तो मार सकते हैं। परन्तु उनके विचारों को नहीं क्योंकि विचार मर ही नहीं सकते, यह हमारा ऐसा अमूल्य धन है जो कि मृत्यु पर विजित है। “


   ” कवि, प्रेमी, पागल तीनो एक ही चीज से बने होते हैं।”


अर्थात- “कवि अपनी कविताओं की रचना करने के लिए दिन रात विचारों का मंथन कर उन्हें अपनी कृतियों को रचने में बहुत मेहनत करते हैं, प्रेमी अपने प्रेम को प्राप्त करने के लिए कितने ही कठिन प्रयास करते हैं।

ये दोनों अपना अपना प्रेम (कविता औऱ प्रेमिका) को प्राप्त करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। समाज इन्हें पागल की संज्ञा देता हैं।तभी भगत सिंह कहते हैं कि प्रेमी,कवि और पागल में कोई अंतर नहीं होता। “

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Slogan of Bhagat Singh in Hindi

   ” पूरे संसार में सूर्य हर राष्ट्र में प्रज्ज्वलित होता है, परन्तु उस समय विश्व मे कोई ऐसा देश नहीं जो भारत के समान इतना प्यारा और खुशहाल हो। “


अर्थात- “संसार का कोई भी देश हमें भारत के मुकाबले का नहीं लगता। हालांकि उन देशों के लोग भी राष्ट्रप्रेम के प्रति सजग होंगे। परन्तु हमारे देश के लोगों को राष्ट्रप्रेम विरासत में मिला है।

हमे अपना देश प्राणों से भी प्रिय है। संसार में कोई भी राष्ट्र हमें हमारे देश से अलग नहीं कर सकता, और हम अपने राष्ट्र के लिए कुछ भी कर सकते हैं। “


  ” जरूरी नहीं था कि क्रांति में , अभिशप्त शब्द सम्मिलित हो। “


अर्थात- “क्रांति शब्द अपने में पूर्ण है इसकी व्याख्या के लिए किन्हीं अन्य शब्दों की कोई आवश्यकता नहीं है। क्रांति शब्द का अपने हित में प्रयोग करने वाले लोग देशभक्त तो कदापि नहीं हो सकते। “


   ” राख का हर एक कण मेरी ही ऊर्जा से गतिमान है, मैं ऐसा पागल हूँ जो जेल में रहकर भी आजाद है।”


अर्थात- ” जिस प्रकार राख अग्नि के शांत स्थिति का रूप है, परन्तु राख का प्रकार अग्नि की भीषणता के बारे में थोड़ा सा अंदेशा दे ही देता है कि अग्नि कितनी प्रखर रही होगी! भगत सिंह कहते है,

की उस राख से पहले की जो ज्वाला थी वह मेरे ही कारण गतिमान थी। मेरे अंदर इतनी ज्वालाएँ है कि उन ज्वालाओं से अंग्रेजी शासन निश्चय रूप से जल कर भस्म हो जाएगा। “


   ” जो व्यक्ति अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए तैयार खड़ा हो, उसे हर एक रूढ़िवादी चीज की आलोचना करनी होगी, उसमें अविश्वास करना होगा और चुनौतियां भी देनी होगी।


अर्थात- “जो व्यक्ति सफलता प्राप्ति के लिये कार्यों के सतत मार्ग पर खड़ा हो, उसे हर एक गलत चीज ,वस्तु की आलोचना, प्रत्यलोचना करके अपने मार्ग पर निरन्तर प्रयत्नशील रहना होगा।

उसके अपने ही कार्यों को करते समय अपने कार्यों पर ध्यान देना होगा और उसको चुनौतियो से परीबद्ध भी करना होगा। “

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Quotes of Bhagat Singh in Hindi

  ” यदि बहरों को अपनी बातों को समझाना हो, तो उनसे बहुत ऊंची आवाज में बोलना पड़ता है। जब हमने बम का विस्फोट किया तो, हमारा उद्देश्य किसी को जान से मरना नहीं था, हमने अंग्रेजों की हुकूमत पर बम गिराया, इसलिए कि अंग्रेजों को भारत छोड़ना चाहिए, और उसे आजाद करना चाहिए।”


अर्थात- “कान का ऊंचा सुनने वालों के लिए सदैव स्वयं को भी ऊंचा ही बोलना पड़ता है। ब्रिटिश सरकार के बार बार स्वतन्त्रता प्रस्ताव को ठुकराने के पश्चात उनके बहरे कानों मे आवाज डालनी बहुत आवश्यक हो गयी थी। अतः बम विस्फोट करना हरूरी था। “


  ” किसी को भी ‘क्रांति’ शब्द की व्याख्या शब्दों में नहीं करनी चाहिए। जो लोग इस शब्द का उपयोग अथवा दुरुपयोग करते हैं, उनके फायदे के हिसाब से इसे , वे लोग अलग अलग अर्थों और अभिप्रायो में प्रयोग करतें है।”


अर्थात- ” क्रांति ” शब्द असल में स्वयं की परिभाषा स्वयं है। इसे किसी और  शब्दों की जरूरत नहीं है, स्वयं को परिभाषित करने के लिए।

इसका अभिप्राय निकलना इस शब्द को अपमानित करने जैसा होगा। परन्तु आजकल लोग यह न सोचकर , अपने ही फायदे, और सहानुभूति के लिए इसका गलत अर्थों में प्रयोग करते हैं। “


Sahid-e-Azam Quotes in Hindi 11-15 :


   ” जैसी चीजें हमारे पास होती है, उनका उपयोग उसी रूप में करके हम उसके आदि हो जाते हैं। जब बदलाव की बात आती है तो हम उसके विचार से ही कांपने लगते हैं। हमें इसी निष्क्रियता को क्रांतिकारी भावना में बदलने की जरूरत है।


Bhagat Singh Quotes in Hindi- “अपनी आवश्यकताओं के अनुसार वस्तुओं को आवश्यकताओं के रूप मे ढालने का प्रयत्न करना चाहिए न कि खुद को , वस्तुओं के अनुसार। वस्तुएं हमारी सुख सुविधाओं के लिए बनी हैं, और हम जिस प्रकार चाहें उसका उपयोग उस रूप में कर सकते हैं। और यह हमारी क्रांतिकारी भावना के लिए उचित है। “


     ” जो व्यक्ति अपने और अपने समाज के विकास के लिए क्रियाशील है, उसे रूढ़िवादी चीजो से अपना ध्यान हटाना होगा, उस के लिये अविश्वास की भावना पैदा करनी होगी और उस स्थिति को चुनौती देनी होगी।”


Quotes of Bhagat Singh in Hindi- “अपने लक्ष्य को चुनौतियों के रूप में लेने वाले ही अपने कार्यों में सफल होकर उस लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। जो व्यक्ति अपनी व्यक्तिगत समस्याओं को हटा कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयत्न बड़ी निष्ठा और लगन के साथ करते हैं उन्हें सफल होने से  संसार की कोई शक्ति नहीं रोक सकती। “

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  ” मैं अपने जीवन में आशा, महत्वकांक्षा, और जीवन के प्रति आकर्षण से भरा हुआ हूं। लेकिन मैं समय आने पर इन्हें त्याग भी सकता हूँ। और यही सच्चा बलिदान है। “


Slogan of Bhagat Singh in Hindi- “संसार की प्रत्येक रचना ईश्वर की रचना है, जो मुझे प्रिय हैं और मैं जिनका आदर भी करता हूँ। यह वस्तुएं हमारी सुख सुविधाओं के लिए होती हैं। परन्तु मैं इन सुविधाओं को समय आने पर पूर्णत्या त्याग सकता हूँ। अपने देश के लिए जो कुछ भी मुझसे बन सकेगा वह मैं खुशी खुशी करने को तैयार हूँ। “


  ” इंसान तभी कुछ करता है, जब वह अपने निश्चित लक्ष्य को लेकर गतिशील हो, जैसा कि, हम विधान सभा में बम फेंकने को लेकर थे।”


Bhagat Singh Quotes in Hindi with Images- ” इंसान को कुछ करने के लिए सर्वप्रथम एक निश्चित लक्ष्य की आवश्यकता होती है जिसको ध्यान में रखकर ही वह अपनी क्रियाओं को लक्ष्य को पाने के लिए क्रियान्वित करता है। यह हर मनुष्य में स्वतः ही उतपन्न हो जाती है, यदि लक्ष्य निश्चित हो तो। “


  ” धनी और शक्तिशाली लोग , गरीबों को कुचल कर उनके स्वाभिमान और उच्च विचारों को खत्म नहीं कर सकते।”


Shaheed Bhagat Singh Quotes in Hindi- “धनी व्यक्ति अपनी आर्थिक शक्ति के बल पर संसार को अपनी मुट्ठी में बंद करने की कोशिश करता है। लेकिन वह यह नही जानता कि , संसार का कोई भी धन किसी के विचारों को नहीं खरीद सकता। “


Quotes by Bhagat Singh in Hindi 16-20 :


  ” कानून जब तक लोगो को इंसाफ दिलाता रहेगा, जब तक सत्य पक्ष के विचारों की अभिव्यक्ति उचित ढंग से कर पाएगा, कानून की पवित्रता तभी तक बनी रह सकती है।”


Quotes of Bhagat Singh in Hindi- “न्याय व्यवस्था सत्य को उजागर करने के लिए होती है, और जब तक यह सत्य और निष्पक्ष न्याय करती रहेगी, इस पर सबका विश्वास बना रहेगा। “


  ” स्वतंत्रता सभी का जन्म-सिद्ध अधिकार है, एक ऐसा अधिकार जो,  समय व परिस्थितियों के साथ कभी खत्म नहीं होता, क्रांति समाज  का एक अपरिहार्य अधिकार है और श्रम समाज का वास्तविक निर्वाचक है।”


Slogan of Bhagat Singh in Hindi- ” स्वतंत्रता हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है , हमारी परतन्त्रता के दौरान हमारा स्वतंत्रता औऱ देश में स्वराज्य की स्थापना ही हमारा प्रथम कर्तव्य था।

परन्तु आज के युग में भी मन की स्वतंत्रता और निजी स्वतंत्रता कि भी उतनी ही आवश्यकता है, जिसमें विचार और आत्मनिर्भरता की क्रांति की आवश्यकता है। “


  ” निष्ठुरता आलोचना और स्वतन्त्र विचार, ये क्रांतिकारी सोच के दो महत्वपूर्ण लक्षण हैं। जो क्रांति तो लाते ही हैं और उस क्रांति को ज्वाला बनने में विवश भी कर देते हैं।”


Bhagat Singh Quotes for Kids- “भगत सिंह के अनुसार, क्रांति लाने के लिए पहले स्वतन्त्र मन होना बहुत आवश्यक है और मन कि स्वतंत्रता, स्वतंत्र विचार उतपन्न करेगी जिससे कि स्वतंत्रता मिलने में आसानी होगी। वस्तुओं की आलोचना करना भी इस  पथ पर हमारी बहुत सहायता करता है। “


  ” मैं एक मनुष्य हूँ, जो कुछ भी मेरा है वह असल में मानवता का है, और जो कुछ भी मानवता को प्रभावित करता है मुझे उससे मतलब है।”


Bhagat Singh Quotes in Hindi with Images- “मनुष्य को सर्वदा अपने लिए ही अधिक चिंतित देखा जाता है परन्तु स्वतन्त्रता प्राप्ति का संघर्ष वो दौर था जब अपनी आवश्यकताओं के लिए लोग उतना चिंतित नहीं होते थे,

जितना कि देश को स्वतंत्र करने के लिए। और आधुनिक युग में भी हम धीरे धीरे पाश्चात्य सभ्यताओं के गुलाम होते जा रहे हैं यह भी हमें अब जागरूकता और एक मानवीय विचारधारा की क्रांति की आवश्यकता है। “


  ”  यदि हमारे नौजवान इसी प्रकार प्रयासरत रहेंगे तो, कहीं 1-2 साल में जाकर  हमे स्वराज्य तो नहीं लेकिन भारी मात्रा में त्याग और बलिदान की कठिन परीक्षा की भेंट देनी होगी क्या पता फिर शायद हम स्वतंत्र और विजयी हो सकें ।  क्रांतिकारी चिरंजीवी होवें।”


Dialogue of Bhagat Singh- “हमारे नौजवानों, के प्रयास ,कठिन परीक्षा, बलिदान और त्याग की वजह से ही आज हम स्वतंत्र आकाश के नीचे सुकून भरी सांसें ले पा रहे हैं। क्रांतिकारियों को शत शत नमन। “


Slogan of Bhagat Singh in Hindi 21-25 :


  ” दिल से वतन की उल्फत, मरकर भी न निकलेगी।

      मेरे शरीर से हमेशा खुशबू वतन की ही आएगी। “


Slogan of Bhagat Singh in Hindi- “यह कथन हमें उन शहीदों और क्रांतिकारियों के बलिदान की पूरी गाथा को अवगत करा सकता है। इतने गहरे अर्थ वाले शब्दों का प्रयोग ही बता रहे हैं ,

कि उस समय वीरों के मन मे अपने देश के लिए क्या भाव थे और वे अपने देश के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार थे। “


  ” अपने दुश्मन से तर्क वितर्क करने के लिये उसका अभ्यास करना बहुत जरूरी है।”


Quotes of Bhagat Singh in Hindi-“अपने आपको श्रेष्ठ समझना चाहिए परन्तु अपने शत्रुओं को भी कम नहीं समझना चाहिए। खुद को श्रेष्ठ और दुश्मनों को तुच्छ समझने की भूल व्यक्ति को गर्त में ले जाती है।

अतः दुश्मनों से तर्क वितर्क करने से पूर्व उसका अभ्यास कर लेना चाहिए। तभी आप विजय हो सकते हैं। “


  ” क्रांति, कभी भी  स्वयं उतपन्न नहीं होती। यह विशिष्ट प्रकार के वातावरण , अच्छी, बुरी, सामाजिक-असामाजिक परिस्थितियों में लायी जा सकती है। समाज में क्रांति लाना किसी भी मनुष्य के लिए असम्भव सी बात है।


Shaheed Bhagat Singh Quotes in Hindi- “क्रांति को उतपन्न करने के लिए समर्पण भाव का होना बहुत ही जरुरी है। क्रांति केवल विशिष्ट प्रकार के वातावरण में लाई जा सकती है क्योंकि क्रांति स्वयं एक विशिष्ट घटना है, जो कि वातावरण को राष्ट्रप्रेम से महकाने की ताकत रखती है। “


  ” भगतसिंह एक बहुत बड़े और प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। वह सभी युवाओं में देशप्रेम की भावना औऱ समाज में क्रांति उतपन्न करने के लिए एक आदर्श रूप हैं।”


  ” मेरा जीवन अन्यों की तरह नहीं है। मेरा जीवन एक महान लक्ष्य के प्रति समर्पित है, और वह महत्वपूर्ण लक्ष्य है, देश की आजादी। संसार की कोई भी प्राकृतिक अथवा आकर्षक वस्तु मुझे अपने वश में नहीं कर सकती , हालांकि  मुझे इनसे बेहद प्रेम है। “


Bhagat Singh Quotes in Hindi with Images-“संसार की सभी प्राकृतिक चीजें हमें मोहने का सामर्थ्य रखती है। जब हमें इनकी आदत हो जाती है , फिर यदि ये चीजें हमें नहीं मिल पाती तो हमे बहुट बुरा लगता है।

हमे वह चीजें व्यसन के रूप में अपना शिकार बना लेती हैं। लेकिन हमें इनसे उतना ही लगाव लगाना चाहिए, कि जब हम इनसे दूर भी हो जाए तो हमें बुरा न लगे। “


Bhagat Singh Quotes for Kids 26-31


  ” सामाजिक, राजनैतिक औऱ व्यक्तिगत समानताओं की वजह से ही, सर्वगत भाईचारा समाज मे स्थापित किया जा सकता है।”


Bhagat Singh Quotes in Hindi- “भाईचारा स्थापित करने के लिए बहुत सी चीजों को छोड़कर उनका त्याग करना पड़ता है। भाईचारा तभी स्थापित किया जा सकता है, जब समाज से सभी प्रकार के राग द्वेष खत्म हो जाएं सभी जाति, धर्म के लोगों में आपसी प्रेम बढ़ाने के लिए प्रयास कर भाईचारा बनाए रख सकता है। “


  ” मनुष्य कोई भी कार्य तभी करता है, जब वह कार्य अपने औचित्य को लेकर पूर्ण रूप से सुनिश्चित हो।”


Quotes of Bhagat Singh in Hindi- ” मनुष्य संसार का  बहुत ही स्वार्थी जीव है, जो कि अपने स्वार्थ के लिए कुछ भी कर सकता है।  जब मनुष्य कोई भी कार्य करता है तो वह केवल अपने लिए ही करता है। अपने लाभ के साथ साथ वह उस कार्य के औचित्य को ध्यान में रखकर भी करता है, ताकि उसको कोई नुकसान न हो। “


  ” निर्दयी निंदा और स्वतन्त्र विचार ही क्रांतिकारी विचारधारा के प्रमुख दो महत्वपूर्ण औऱ आवश्यक लक्षण हैं।”


Slogan of Bhagat Singh in Hindi-” क्रांतिकारी विचारों के लिए निर्दयी निंदा और स्वतंत्र विचारों का होना बहुत आवश्यक है। यही वे दो लक्षण है हैं जो कि किसी मनुष्य में क्रांतिकारी भाव को जगाते हैं और उसे राष्ट्र के लिए कुछ कर सकने के लिए प्रेरित करते हैं। “


  ”  क्रांति की तलवार को दृढ़निश्चयी विचारों वाले पत्थर पर घिसकर उसे चमकाना पड़ता है, जिससे उसकी धार नुकीली होती जाती है। केवल बम और पिस्तौल क्रांति नहीं ला सकते।”


Bhagat Singh Quotes in Hindi with Images- “क्रांति लाने और क्रांति को तेज करने के लिए क्रांति की तलवार को देशभक्ति और राष्ट्रप्रेम वाले विचारों की धार तेज करने वाले पत्थर पर घिसना पड़ता है।

क्रांति केवल किसी की जान लेने के लिए नहीं बल्कि अपनी स्वतंत्रता और देश के प्रति प्रेम बढ़ाने के लिए प्रयुक्त की जाती है।यह आतंकवाद नहीं है यह देश के प्रति हमारा प्रेम है। “


  ” अपने लहू के हर एक कतरे से लिख रहा हूँ,आगाज!

    जिसका कल अंजाम आएगा।

     मेरे लहू की हर एक बूंद के साथ इंकलाब आएगा।”


Bhagat Singh Quotes for Kids- “हमारे सभी देशभक्तों ने हमारे राष्ट्र को स्वतंत्र कराने के लिये अपनी जान के बारे मे भी नहीं सोचा, उन्होंने अपने देश को , अपने परिवार से ऊपर समझा तब जाकर हमारा देश आजाद हो पाया।

आज हम इस स्वतन्त्रता का सम्मान करना चाहिए और अपने देश भक्तों की इस अमूल्य भेंट को बनाए रखने के लिए इसे सहेज कर रखना चहिए। “


  ” शरीर पर जो जख्म लगे हुए हैं, वह तो केवल फूलों के गुच्छे हैं।

     हमें पागल कहते हो, तो पागल ही रहने दो!!

     हम पागल ही अच्छे हैं।”


Slogan of Bhagat Singh in Hindi- “देशभक्तों को समाज में अलग नजरों से देखा जाता था, उन्हें पैग़ल कहा जाता था उन्होंने इन सब चीजो को नजरअंदाज कर अपने आपको स्वतंत्रता प्राप्ति के मार्ग पर निरन्तर प्रीयत्नशील रखा। जिस कारण आज हम स्वतंत्र भारत में स्वतन्त्र सांस ले रहे हैं। “


शाहिद-ए-आजम भगतसिंह के जीवन की प्रेरक कथा:-

” बेबे(माँ) ”


   भगत सिंह को जेल हुई । वहां भगत सिंह के बैरक में साफ-सफाई करने के लिए एक बोघा नाम का व्यक्ति आता था।

    भगत सिंह बोघा को बेबे (मां) कहकर पुकारते थे। जब कोई भगत सिंह से पूछता कि ये भंगी बोघा तेरा बेबे कैसे हुआ? तो भगत सिंह कहते कि, मेरा मल-मूत्र , मेरी गन्दगी , बचपन में मेरी बेबे साफ करती थी। यहां यह सब मेरे लिए ये पुरुष बोघा करता है।

       बोघे में मुझे मेरी बेबे (मां) नजर आती है। मैं उसमें अपनी मां को देखता हूँ।  वो मेरी माँ ही है।

  यह कहकर भगत सिंह बोघा को अपनी बाहों में प्रेम और स्नेह से भर भर लेते।

भगत सिंह जी अक्सर बोघा से कहते, “बेबे आप मुझे  अपने हाथ की रोटी कब ख़िला रहे हो! मैं तुम्हारे हाथों की रोटी खाना चाहता हूँ।”

   भगत सिंह ऊंची जाति के थे, और उस समय भेद भाव, जातिवाद देश में विद्यमान थे । बोघा अपनी जाति को याद करके झिझक जाता था।

वह कहता, ” भगत सिंह तू ऊंची जाति का सरदार और मैं एक भंगी! तू रहने दे ,जिद न कर।”

  परन्तु भगत सिंह अपनी जिद के पक्के थे।

उनको फांसी की सजा हुई थी, फांसी के दिन नजदीक आ गए थे।

  फाँसी के लगभग 1 हफ्ते  पहले , भगत सिंह ने बोघा से कहा, “बेबे तूने आज तक मुझे अपने हाथ की रोटी नही खिलाई, अब तो मेरे पास कम ही वक़्त बचा है। अब तो इच्छा पूरी कर दे।”

रोते रोते उस पुरुष बोघा ने उसके लिए अपने हाथों से रोटी बनाई ।

और अपने हाथों से खिलाई। पहला निबाला मुँह में डालते ही बोघा फूट फूट कर रोने लगा , और बोला, ‘वे भगतां , ओ मेरे शेर धन्य है तेरी मां जिसने तुझे जन्म दिया। भगत सिंह भी भावविभोर हो गए और बोघा को गले लगा लिया।

“ऐसी सोच के मालिक थे, शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह।

  हमारा समाज आजादी के इतने सालों में भी जातिवाद को नही मिटा सका और उन्होंने उस समय भी जब कि समाज ऊंच नीच के प्रति बहुत ही कड़ा था उन्होंने तब भी भेदभाव दूर करने का सन्देश पूरे देश को दिया। ऐसे वीर क्रांतिकारी को पूरे देश का सलाम।”


Conclusion


आज आपने पढ़े Shaheed Bhagat Singh Quotes in Hindi. आपको भगत सिंह जी के यह विचार कैसे लगे, बताए कमैंट्स में, और Bhagat Singh Quotes for Kids जैसे अन्य पोस्ट पढ़ने के लिए चेकआउट कीजिये, हमारी प्लेलिस्ट को।

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