ब्राह्मण का सपना पंचतंत्र की कहानी | Brahmin’s Dream Moral Story in Hindi
आज हम देखेंगे ब्राह्मण का सपना कहानी। आशा है आपको आज की हमारी यह Brahmin’s Dream Moral Story in Hindi कहानी पसन्द आएगी।
ब्राह्मण का सपना
एक गांव में एक ब्राह्मण रहता था, ब्राह्मण बहुत ही लालची और दूसरों के लिए भला न चाहने वाला था।
एक दिन ब्राह्मण ने बहुत सारा सत्तू का आटा एक मटके में भरकर उसके बगल में सो गया। और ख्याली पुलाव पकाने लगा। वह सपने में सोचने लगा, की अगर हमारे देश मे खाने का अकाल पड़ेगा, तो वह सत्तू का आटा बेचकर दो बकरी खरीद लेगा।
और उन दो बकरियों को बेचकर वह दो गाय खरीद लेगा, और जब वह गाय खरीद लेगा, तब उनका दूध बेचकर वह धनवान हो जाएगा।
फिर दूध के पैसों से वह बहुत सारी गायें खरीद लेगा, और अपना एक दुग्ध उत्पादन काम शरू करेगा। फ़ी दूध डेयरी खोलकर वह और अधिक धनवान हो जाएगा, और किसी बहुत सुंदर राजकुमारी से शादी कर लेगा।
शादी करने के बाद उसके दो बच्चे होंगे, जिसमे से वह एक का नाम सोम शर्मा ओर दुसर्व का नाम मोहित रखेगा।
बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए वह विदेश भेजेगा। और खुशी खशी जीवन बिताएगा।
जब उसके बच्चे उसके पास आएंगे, तब वह अपनी सुंदर पत्नी से कहेगा- सम्भाल अपने बच्चों को। लेकिन अगर बच्चे फिर भी नहीं मानेंगे, और उसके पास आएंगे, तब वह उन्हें अपने पैर की ठोकर मारेगा।
यह सोचते समय उसने सच मे अपने पैर से सत्तू के घड़े में ठोकर मार दी, और सत्तू से भरा घड़ा नीचे गिरकर टूट गया। और ब्राह्मण का सपना भी चूर चूर हो गया।
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सीख | ब्राह्मण का सपना– ख्याली पुलाव पकाने से बचना चाहिए।
Conclusion | Brahmin’s Dream
आज अपने पढ़ी ब्राह्मण का सपना कहानी। आशा है आपको आज की यह कहानी पसन्द आयी, और इस Brahmin’s Dream Moral Story in Hindi से कुछ नया सीखने को मिला होगा।