हाथी और हिरन की कहानी | Hathi aur Hiran ki Kahani | Elephant Story
आज हम पढ़ेंगे हाथी और हिरन की कहानी। आशा के आपको कहानी पसन्द आएगी, और इस Hathi aur Hiran ki Kahani से बहुत कुछ सीखने को भी मिलेगा।
हाथी और हिरन की कहानी
एक जंगल मे एक हाथी रहता था, जिसका नाम राजू था। वह बहुत बड़ा था। राजू बहुत अधिक बड़ा होने के कारण उससे कोई दोस्ती नहीं करना चाहता था।
हाथी को हमेशा दुःख लगा रहता था, की उससे कोई दोस्ती नहीं करना चाहता हाथी बहुत ही दयालु था। एक दिन हाथी को जंगल मे एक हिरण मिला।
हाथी ने हिरन से दोस्ती करने के लिए पूछा, तब हिरन हाथी से बोला, भाई में तो तुम से इतना छोटा हूँ। अगर हम दोनों दोएत बनकर एक साथ घूमेंगे, तब दूसरे जानवर हमारी मज़ाक उड़ाएंगे।
इसपर हाथी ने कहा, ऐसा बिल्कुल नहीं है। हम एक दूसरे के साथ रहेंगे। जब भी तुम पर कोई आंच आएगी, तब मैं तुम्हारे साथ खड़ा रहूंगा।
तब हिरन मान गया, और दोनों दोस्त बन गए। अब रोजाना दोनों एक साथ रहते, और एक साथ खेलने जाते।
एक दिन एक शेर भूका जंगल मे घूम रहा था, उसे हिरन दिख गया। हिरन ने जैसे ही शेर को अपने पीछे पड़ा हुआ देख, वह भागते भागते हाथी के पास पहुच गया।
उसने फटाफट सारी बातें हाथी को बताई, हाथी तुरन्त बाहर आया, और शेर का सामना करने लगा।
इतना बड़ा हाथी देख शेर भी डर गया, और हाथी से बोला, मुझसे गलती हुई। मैं तुम्हारे दोस्त को नहीं मरूँगा। और यह बोलते हुए चला गया।
कहानी की सीख | Hathi aur Hiran ki Kahani – दोत्ती हमेशा काम आती है।
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Conclusion | Hathi aur Hiran ki Kahani
आज हमने पढ़ी हाथी और हिरन की कहानी। आशा करते हैं, आपको यह Hathi aur Hiran ki Kahani कहानी पसन्द आयी, और इससे बहुत कुछ (Moral) सीखने को मिला।