साहसी नन्ही चिड़िया की कहानी | Nanhi Chidiya Ki Kahani with Moral
आज आप देखेंगे साहसी नन्ही चिड़िया की कहानी। आशा है आपको आज की हमारी यह Nanhi Chidiya Ki Kahani कहानी पसन्द आएगी, और इससे बहुत कुछ नया सीखने को भी मिलेगा।
साहसी नन्ही चिड़िया
बहुत साल पहले की बात है, एक बहुत पुराना जंगल हुआ करता था । एक बार किसी कारण से जंगल मे बहुत तेज़ आग लग गई । जितने भी जानवर उस जंगल मे रहते थे उनको डर लग गया था कि अब क्या होगा?
थोड़ी ही देर में पूरे जंगल में सभी जानवर इधर उधर भागने लगे।जंगल के सभी जानवर अपनी अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहे थे। उस ही जंगल में एक नन्ही सी प्यारी चिड़या रहती थी,
उसने देखा कि जंगल मे आग लगी है, सभी जानवर इधर उधर भाग रहे हैं। फिर उस नन्ही सी चिड़िया ने सोचा कि उसे सभी की मदद करनी चाहिए ।
यह सब देखकर वह जंगल के किनारे में गयी और अपनी चोंच में पानी भरकर लाई और आग भुझाने लगी । वह बार बार नदी मैं जाती, और चोंच पर पानी लेकर आग में डालती, और आग भुझाती।
उस ही जंगल में एक उल्लू रहता था, और उसने उस नन्ही सी छाड़िया को देख और उसके पास जाकर उसकी हरकत को देख कर वह मन ही मन बोलने लगा कि ये छाड़िया कितनी मूर्ख है
जंगल की इतनी भयानक आग को वह अपनी छोटी सी चोंच से कैसे भुझा सकती है ।
यही सोचकर वह चिड़या के पास गया और चिड़या से कहने लगा , तुम कितनी मूर्ख हो जंगल की इतनी भयानक आग को तुम कैसे बुझा सकती हो इस तरह से आग नही बुझने वाली है।
चिड़या ने बड़े जोश से कहा कि मुझे पता है की एसे आग नही भुझने वाली है मेरे इस प्रयास से कुछ नही होगा, पर यह मेरा घर है, सभी जानवर अगर आग बुझाएंगे, तो आग बुझ सकती है,
आग कितनी भी भयंकर हो मैं अपना प्रयास नही छोड़ूंगी।
उल्लू यह सुनकर बहुत प्रभावित हुआ, और उसने भी अपनी चोंच में पानी भरकर आग बुझानी शुरू कर दी।
सीख | नन्ही चिड़िया की कहानी – इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है, कि कोई भी परेशानी हो हमे हार नहीं माननी चाहिए, हमे उसका डटकर सामना करना चाहिए।
Conclusion | Nanhi Chidiya Ki Kahani
आज की यह साहसी नन्ही चिड़िया कहानी आपको कैसी लगी बताइयेगा कमैंट्स में, और Nanhi Chidiya Ki Kahani ऐसी ही रोचक कहानी रोजाना पढ़ने के लिए बने रहिये sarkaariexam के साथ।