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15+ Sardar Vallabhbhai Patel Quotes in Hindi | सरदार वल्लभ भाई पटेल विचार

लौह पुरुष कहे जाने वाले Sardar Vallabhbhai Patel Quotes in Hindi. आशा करते हैं आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसन्द आएगा, और इन सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचार से बहुत कुछ सींखने को मिलेगा।

आज के Sardar Patel Quotes in Hindi में आपको सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचारों के साथ साथ उनकी विस्तृत व्याख्या भी मिलेगी, तो चलिए शुरू करते हैं।


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Sardar Vallabhbhai Patel Quotes in Hindi


सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन परिचय


     स्वतन्त्र भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के एक छोटे से गांव नाडियाड में हुआ था।

उनके पिता झावेरभाई एक किसान थे औऱ माता लाडबाई एक साधारण महिला थी। परन्तु वल्लभ भाई पटेल बचपन से ही विरल प्रतिभाओं के धनी थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा करमसद में हुई।

   वल्लभ भाई वकील बनना चाहते थे, अपने इस सपने को पूरा करने के लिये उन्हें इंग्लैण्ड जाना था। किन्तु वित्तीय व्यवस्था के साधन न होने की वजह से वे वहां नहीं गए।

उन दिनों वकालत का उम्मीदवार व्यक्तिगत रूप से अध्ययन कर वकालत की परीक्षा में बैठता था। तो उन्होंने एक परिचित वकील से पुस्तकें उधार लीं और उनसे अध्ययन प्रारंभ कर दिया।

बीच बीच में वे अदालत की कार्यवाही और वकीलों के तर्क सुनने के लिये  अदालत जाया करते थे।

उन्होंने वकालत की परीक्षा दी, और सफलता पूर्वक उत्तीर्ण भी हुए।

    उन्होंने ब्रिटिश सरकार के विरोध में, खेड़ा सत्याग्रह और बारडोली विद्रोह का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया। 1922, 1924 व 1927 में वे अहमदाबाद नगर निगम के अध्यक्ष चुने गए।

1931 में कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए। वे स्वतन्त्र भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री भी बने। उन्होंने भारत के राजनैतिक एकीकरण में महत्वपूर्ण, भूमिका निभाई।

1991 में उनकी भारतरत्न के लिए पुष्टि की गई। भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री पटेल जी को सभी आज भी लौह पुरूष करके सम्बोधित किया जाता हैं ।उन्हें भारत के एकीकरण का श्रेय भी दिया जाता है।

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Sardar Patel Quotes in Hindi


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★ “अक्सर मैं ऐसे बच्चों के साथ हंसी-मजाक करता हूं, जो मुझे अपना साथ दे सकें। जब तक किसी इंसान में अंदर से एक बच्चा छिपा होता है, तब तक उसका जीवन उस अंधकार की छाया से दूर रह सकता है। “


अर्थात :- पटेल जी कहते थे कि, जो मनुष्य अपने भीतर के बच्चे को अभी तक समाप्त नहीं कर सका है, वह मनुष्य अपने जीवन में खुश रहना तथा दूसरों को खुश करना जानता है। जीवन की परेशानियों से दूर जो भी अपने जीवन को जी रहा है वही सुख और दुख को समझकर उसका आनन्द ले सकता है।


★ “यदि आप आम के फल को समय से पहले पेड़ से तोड़कर खाते हैं तो वह खट्टा लगता है, परन्तु यदि उसी फल को आप पेड़ पर ही पकने से लेकर स्वयं पेड़ से टूट जाने के बाद लेते हैं तो निश्चित रूप से वह अमृत के समान लगता है।


अर्थात :- किसी कार्य को करने के पश्चात उसके फल की परिकल्पना करना उचित है, परन्तु उस का फल समय से पूर्व पाना उचित नहीं है।  किसी भी कार्य को करने के बाद  उसका फल अपने समय से ही आने पर संतोषजनक सिद्ध होता है। और आनंददायक भी होता है।


★ ” यदि आपके पास शक्ति की कमी है तो उस वक्त आपका विश्वास किसी काम का नहीं, क्योंकि किसी महान कार्य की सम्पन्नता के लिए विश्वास के साथ साथ शक्ति सम्पन्न होना भी जरुरी होता है।”


अर्थात:-  कोई भी महान कार्य, कभी भी कार्य को करने की क्षमता के कम होने से  सफल सिद्ध नहीं हो सकता। कार्य को करने की क्षमता पर ही हमारा विश्वास भी जुड़ा होता है।  यदि क्षमता कम है तो उसी के अनुसार हमारा विश्वास  भी उस कार्य के पूर्ण होने के प्रति कम ही होगा।  अतः किसी बड़े कार्य को करने से पहले उसके प्रति कर्तव्यनिष्ठा, कार्य करने की क्षमता अथवा शक्ति और अपने ऊपर पूर्ण विश्वास होना अत्यंत आवश्यक है।


★ ” यदि हमारी पूर्ण धन संपत्ति चले जाय, या फिर हमें अपना जीवन बलिदान के लिए दांव पर ही क्यों न लगाना पड़े, हमें ईश्वर पर और उनके सत्य पर विश्वास सदा बनाए रखना चाहिए, और प्रसन्न रहने का प्रयत्न करना चाहिए।”


अर्थात :-  पटेल जी के अनुसार, यदि हमें अपने ईश्वर पर विश्वास रखने के लिये, या उनकी सत्यता पर विश्वास करने के लिए अपना सम्पूर्ण धन या अपना जीवन ही बलिदान करना पड़े हमे पीछे नहीं हटना चाहिए। ईश्वर सर्वश्रेष्ठ हैं, वे आपके साथ कभी बुरा नहीं करेंगे। और यदि आपके साथ कुछ बुरा हो भी रहा है तो ईश्वर के अनुसार उसमे आपकी ही भलाई छुपी हुई है।


★  ” अधिकार मनुष्य की आंखों में तब तक पट्टी लगाए रखते हैं, जब तक मनुष्य को उनके लिए मूल्य न चुकाना पड़े।


अर्थात :- मनुष्य की प्रकृति ही होती है कि , जो कुछ उसे बिना मूल्य चुकाए कोई वस्तु मिल जाती है, तो उसके जीवन में वह वस्तु समय के साथ कम महत्वपूर्ण होने लगती है। इसी प्रकार उसके अधिकारों का भी है,  मनुष्य को जब तक अपने अधिकारों की जिम्मेदारी लेने के लिए, किसी भी प्रकार का कोई मूल्य नहीं चुकाना पड़ता तब तक वह अपने अधिकारों का अपने जीवन में प्रभाव नहीं समझ पाता।  अधिकारों को जिम्मेदारी के रुप में लेने वाले मनुष्य ही अपने जीवन में सफल होते हैं तथा वे , स्वयं और उनके परिवार वालों , सबको सुखी रखते हैं।

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Vallabhbhai Patel Quotes


सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचार


★  ” अपने जीवन में हम जो कुछ भी करते हैं या कर पाते हैं, वह कोई बड़ी बात नहीं, जिसके लिए गुरुर किया जा सके। क्योंकि जो कुछ हम करते हैं उसमे हमारा कोई योगदान नही होता। वास्तव में तो इसका करता धर्ता ईश्वर ही है!”


अर्थात | Sardar Vallabhbhai Patel Quotes in Hindi :- जो भी कार्य हम करते हैं अपने जीवन में और यदि वह सफल हो जाता है तो हम स्वयं को महान समझने लगते हैं। जबकि वास्तव में सत्यता कुछ और ही होती है, ईश्वर ने हमारे लिए सब कुछ पहले से ही तय किया होता है। जो हमारे लिए सही मार्ग है उसी मार्ग में ईश्वर हमें चलाने का प्रयास करते हैं ताकि हम अपने सफलता के मार्ग में शीघ्र अतिशीघ्र सफल हो सकें। अतः हम केवल कार्य करने वाले कार्यकर्ता मात्र हैं। हमें आदेशित करने वाला तो स्वयं ईश्वर ही है।


★  ” अविश्वास भय का प्रमुख कारण होता है। “


अर्थात | Sardar Patel Quotes in Hindi  :- यदि आपको किसी कार्य के प्रति अविश्वास की भावना है अथवा आपको किसी कार्य को करने से पहले उसके बारे में सोचना पड़ता है कि क्या यह कार्य आपसे हो भी पाएगा अथवा नहीं, तो आप भय में जी रहे हैं। एक ऐसा भय जो कि बिना किसी आवश्यकता के आपके जीवन में प्रवेश कर चुका है। सर्वप्रथम आपको उस कार्य के प्रति सजग होना पड़ेगा, जिससे कि आपको उस कार्य की शैली का अनुभव हो। और आप वह कार्य आसानी से कर सकें। यदि आपके अंदर आत्मविश्वास एक बार आ गया तो आप किसी भी कार्य को करने से पूर्व डरेंगे नहीं, और आपको उस कार्य के पूर्ण होने या न होने की चिंता भी नहीं रहेगी।


★  ” हम सभी को मिलकर, ऊंच-नीच, अमीर-गरीब, जाती-पंथ के भेदभाव को समाप्त कर देना चाहिए।”


अर्थात | सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचार :- पटेल जी एक समझदार व्यक्ति थे, और अलगाव के चक्र से पूर्णतया विरक्त थे। उनके अनुसार सभी मनुष्य एक प्रकार के जीव है, उनमें बहने वाला लहू भी एक समान रंग का ही है। तो फिर यह भेदभाव कैसा?  उनके अनुसार सभी लोगों को अपनी अपनी कुरीतियों को त्याग कर, अमीर गरीब , ऊंच – नीच , जातिवाद जैसे असमाजिक तत्वों को समाज से निकालकर इन भेदभावों को नष्ट कर देना चाहिए। जिससे कि समाज में प्रेम का संचार बना रहे।


★  ” यदि आपकी अच्छाई आपके मार्ग में किसी भी प्रकार की बाधा उतपन्न करती है तो, अपनी आँखों को क्रोध से लाल होने दीजिए और अन्याय का सामना मजबूत हाथों से करिए।”


अर्थात | Sardar Vallabhbhai Patel Quotes in Hindi :-  यदि आप भी सच्चाई और अच्छाई के मार्ग पर चल रहे हैं और आपकी अच्छाई आपके सामने आए अन्याय का विरोध करने से आपको रोक रही है तो, आप अपनी कमर कस लीजिए औऱ उन कुछ क्षणों के लिए अपनी अच्छाई को भूल जाइए। किसी भी अन्याय का सामना आपको डटकर करना चाहिए। जो कि उस क्षण के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। अन्याय होने से ज्यादा बुरा उस अन्याय को सहन करना होता है। अतः अन्याय के विरुद्ध आवाज और कड़े कदम जरूर उठाने चाहिए।


★ ” आपके घर का प्रबंधन यदि दूसरों के हाथ में है  तो आपको कैसा लगता है! यह आपको सोचना है कि जब तक प्रबन्ध दूसरों के हाथों में है, तब तक परतन्त्रता है और तब तक सुख नहीं।”


अर्थात | Sardar Patel Quotes in Hindi  :- जिस प्रकार किराये के मकान में हम अपने सुख सुविधाओं के अनुसार कार्य नहीं कर सकते, जैसा मालिक चाहेगा उस मकान में उसी प्रकार की गतिविधियां भी होंगी। यह एक परतन्त्रता की स्थिति है। उसी प्रकार आपके जीवन का भी है, यदि आप अपने जीवन मे स्वयं के फैसले दूसरों को लेने देते हैं तो आप स्वाभाविक तौर पर स्वतंत्र नहीं है या उस स्वतंत्रता का मतलब नहीं जानते हैं।

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सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचार


सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन परिचय


★ ” आलस्य छोड़िए और कोई कार्य करिए। क्योंकि कार्य करते रहने वाला मनुष्य ही अपनी इंद्रियों को वश में कर पाता है।”


अर्थात | सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचार :- कार्य पूजा के समान है। सरदार वल्लभभाई पटेल के अनुसार,  जो मनुष्य आलस्य को अपनी नीति बना लेता है वह सफल तो कभी भी नहीं हो सकता , वह नित गर्त में अपना स्थान औऱ गहरा बनाता जाता है। और जो मनुष्य आलस्य त्याग कर अपने कार्य को सम्पूर्णता प्रदान करने में लगे रहते हैं वे अपने जीवन में सफलता तो प्राप्त करते ही है तथा अपनी इंद्रियों और अपनी इच्छाओं को भी काबू में कर सकता हैं।


★ ” इंसान जितना सम्मान के लायक है उसका उतना ही सम्मान करना चाहिए। अधिक सम्मान से उसके गिरने का भय अधिक रहता है।”


अर्थात | Sardar Vallabhbhai Patel Quotes in Hindi :- एक प्रसिद्ध मुहावरा है, हाथी को घी नहीं पचता। यह सही ही कहा गया है। जिस प्रकार हाथी को घी का महत्व नहीं पता वह उसके लिये केवल एक वस्तु मात्र होता है उसी प्रकार किसी मनुष्य के लिए उसके सम्मान भी होता है। मनुष्य को उतना ही सम्मान दिया जाना चाहिए, जिसके वह लायक है और जिसको वह सहन कर सकता हो। अधिक सम्मान, उसकी लालसा और घमंड दोनो को ही बड़ा देता है जो की उसके लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है, और वैसे भी घमण्ड किसी को भी आगे नहीं बढ़ने देता ।


★  “इस देश की मिट्टी में कुछ अलग ही बात है। जो देश इतनी कठिनाईयों के बाद भी महान वीरों की भूमि रही है।”


अर्थात | Sardar Patel Quotes in Hindi  :- भारत प्राचीन काल से ही विश्वगुरु माना जाता है।,और हमारे देश ने बहुत से उतार चढ़ाव देखे हैं। उन सभी कठिनाइयों को वीरता से पार कर के हमारे देश और देश के लोगों ने सदैव स्वयं को प्रमाणित किया है। जब भी देश पर कोई संकट आया इस देश के लोग अपनी प्राणों की आहुति देने से भी नहीं कतराए। अनेक जानें गयी और उसके बाद इस देश मे खुशिया  वापस आई। तभी पटेल जी कहते हैं कि बहुत सारी कठिनाइयां झेलने के बावजूद भी भारत एक महान देश और महान लोगों का देश है।


★ ” उतावले उत्साह से बड़ा परिणाम निकलने की आशा नहीं रखनी चाहिए।”


अर्थात | सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचार :- किसी भी कार्य को करने के पश्चात यदि उस कार्य के आने वाले परिणाम के लिए उतावलापन है तो निश्चित रूप से उस कार्य का परिणाम उस उतावलेपन से कम ही सफल होता है। अधिक भावनाओ को व्यक्त करने से किया गया कार्य अथवा आने वाला परिणाम नहीं बदल सकता, अतः भावनाओं को वश में रखना ही ठीक है, अन्यथा दुःख हमे ही होगा।


★ “कठोर से कठोर हृदय वालों को भी प्रेम से वश में किया जा सकता है। किसी मां का यदि काना-कुबड़ा बच्चा है तो वह भी उस मां को सुंदर ही लगता है, और वह अपनी संतान से असीम प्रेम करती है। क्योंकि प्रेम तो प्रेम ही होता है।”


अर्थात | Sardar Patel Quotes in Hindi :- प्रेम ईश्वर का दिया हुआ हमें अमूल्य वरदान हैं। भावनाएँ तो मन से आती है। किसी के प्रति प्रेम स्वाभाविक है ,यदि किसी के प्रति लगाव है तो । संसार मे कई लोग ऐसे होते हैं जो बहुत सख्ती से पेश आते हैं उनकी  क्रोधी प्रवृत्ति होती है। जो बिन बात के भी गुस्सा हो जाते हैं ऐसे लोगों में प्रेमभाव कहीं छिपा होता है। यदि उनको थोड़ा प्रेम प्राप्त हो जाए तो उन लोगों का पत्थर समान हृदय भी पिघल जाता है। प्रेम बहुत शक्तिशाली भावना है।


★ ” किसी कार्य को करने में आनन्द तब आता है जब वह कार्य कठिनाइयों से भरा हो। मुसीबतों से लड़ना बहादुरों का कार्य है। कायर तो मुसीबत से डरते हैं। लेकिन हम कायर नहीं है हमें किसी भी प्रकार की मुसीबत से नहीं डरना चाहिए।


अर्थात | Sardar Vallabhbhai Patel Quotes in Hindi :- कायरता का बोझ किसी सामान्य कुन्तलों के बोझ से भी अधिक भारी होता है। वल्लभभाई पटेल के अनुसार हमारा देश तो वीरों से सुसज्जित है हम मुसीबतो से लडना जानते हैं। मुसीबतों से खेलना हमारी प्रकृति में है। और उस कार्य को करने में कोई आनन्द नहीं आता जो कि मुश्किलों से भरा हुआ न हो।


सरदार वल्लभ भाई पटेल से जुड़ा प्रेरक प्रसंग


    एक बार भारत के लेजिस्लेटिव एसेम्बली की बैठक होनी थी, तब सरदार वल्लभभाई पटेल उस लेजिस्लेटिव एजेंसी के प्रेसिडेंट थे।

   बैठक से एक दिन पहले जब पटेल अपने कार्यों को समाप्त कर अपने कार्यालय को बंद करके अपने घर को प्रस्थान कर रहे थे तो एक विदेशी दम्पत्ति वहां आए।

उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल के सादे वस्त्र देखकर उनको वहां का चपरासी समझ लिया। उन्होंने पटेल को एसेम्बली में घुमाने को कहा, सरदार वल्लभ भाई पटेल ने उन्हें पूरी एसेम्बली घूमा दी।

     दम्पत्ति खुश होकर उनको 1 रुपये उपहारस्वरूप देने लगे। सरदार पटेल मुस्कुराए और उन्होंने रुपया लेने से मना कर दिया। सब अपने अपने घर चले गए।

अगले बैठक के दिन वो विदेशी दम्पत्ति गैलरी में बैठे हुए थे, बैठक शुरू हुई और सरदार वल्लभ भाई पटेल सभापति के आसन पर विराजमान हुए।

वही सादे वस्त्र वाले इंसान को दुबारा सभापति के आसन पर देख वे दम्पत्ति  हैरान रह गए।

   और मन ही मन अपनी भूल का पश्चाताप करने लगे।

■ “लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी का व्यवहार, स्वभाव और विनम्र व्यक्ति थे। उनका चरित्र उनके कई पदों को मिलाकर बनने वाले पदों से भी ऊंचा था।”


Conclusion


आज आपने जाने Sardar Vallabhbhai Patel Quotes उम्मीद है आपको हमारे यह Sardar Patel Quotes in Hindi पसन्द आये होंगे, और उनसे कुछ नया सीखने को भी मिला होगा।

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