5+ True Horror Stories in Hindi | Real Short Horror Stories
पढ़िये यह विश्व प्रख्यात Horror Stories in Hindi आशा करते हैं आपको आज की यह Short Horror Stories पसन्द आएंगी। तो चलिए शुरू करते हैं।
आज हम आपके लिए आये हैं Real Horror Stories in Hindi. जो विश्व प्रख्यात होने के साथ साथ सच्ची घटनाओं पर आधरित भी हैं।
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Horror Stories in Hindi
” बौनी चुड़ैल “
एक बार एक गांव में बौनी चुड़ैल का साया था। वह चुड़ैल बहुत ही खतरनाक थी। माना जाता था कि वह चुड़ैल गांव के जंगल मे स्थित बरगद के विशाल पेड़ में रहती थी।
कोई भी उस जगह नहीं जाता था। जो कोई भी गलती से उस जगह में चला जाता था, वह लौट कर कभी भी वापस नहीं आ पाता था।
एक दिन श्याम और किशन दोनो ही बाजार से लौट रहे थे। उन्हें घर जाते जाते बहुत रात हो चुकी थी। अंधेरा भी काफी हो गया था, उन्हें रास्ते का पता ही नहीं चला,
और वो दोनों गलती से बरगद के पेड़ वाले रास्ते से आने लगे। जैसे ही वो दोनो बरगद के पेड़ के पास पहुंचे,
उन्होंने देखा कि बौनी चुड़ैल बरगद के पेड़ के पास ही खड़ी उन दोनों का इंतजार कर रही थी।
उसने दोनों को अपने पास बुलाया, और मधुर आवाज में कहने लगी, “आओ! दोस्तों मेरे पास आओ! देखो मैं ने तुम्हारे लिए मनोरंजन का इंतजाम कर के रखा है।”
श्याम और किशन समझ गए, कि यह बौनी चुड़ैल की ही आवाज है, लेकिन दोनों ने उसकी तरफ देखा, नहीं।
दोनों आपस में बात करने लगे, श्याम बोला, ” चल भाई, यहां से भाग चलते हैं। “
किशन बोला, ” भाई पागल मत बन, तू सोच रहा है, यह हमें नही पकड़ पाएगी? ये इसका ही इलाका है, अब हम इसकी नजर में आ गए हैं तो हमारा बचना नामुमकिन है । चल चुपचाप चलते रहते हैं।”
दोनो चुड़ैल के आगे से निकल गए। चुड़ैल को बहुत गुस्सा आया। उसने इस बार क्रोध में आकर बड़े ही भयानक तरीके से दोनो को पीछे से आवाज लगाई, ” रुक जाओ दोनों!”
दोनों मित्र डर के मारे रुक गए। अब वह बोली, ” तुम दोनो ने मेरी आवाज को अनसुना कर दिया अब तुम्हें मेरे कहर से कोई भी नहीं बचा सकता।”
तब किशन कपकपाती हुई आवाज में बोला, नहीं भूतनी जी, वो तो हम अपनी बातों में व्यस्त थे तभी आपको देख नहीं पाए, एक तो आपका कद इतना छोटा है कि हमे दिखा ही नहीं।
चुड़ैल अपने आपको बौना सुनना बिल्कुल भी पसन्द नही करती थी। उसने किशन को फटकार लगाई। और बोली, ” मेरी तो कोई इज्जत ही नहीं रह गयी है,
भूतिया दुनिया मे! मेरी सभी चुड़ैल सहेलियां मुझे बौनी कहकर पुकारती है, और आज तुम भी।
तब किशन बोला, नहीं नहीं भूतनी जी, ऐसी बात नहीं है, हम तो आपसे बहुत डरते हैं, लेकिन यदि आप चाहो तो, मैं आपको लम्बा कर सकता हूँ।
यह देखिये मेरा मित्र श्याम यह भी पहले बौना ही था, मैं ने अपने नुस्खों से इसे इतना लंबा किया है।”
तब चुड़ैल सोच में पड़ गयी और बोली, तू मुझे अपने बातों के जाल में उलझाने की कोशिश मत कर।
तब किशन बोला, ‘ आप यदि लम्बा होना चाहती हो तो ठीक है, नहीं तो रहने दीजिए।”‘
तब चुड़ैल बोली, नहीं नहीं मुझे लम्बा होना है, यदि तू मुझे लम्बा कर देगा तो मैं तुझे यहां से जाने दूँगी।”
किशन बोला, देखिए भूतनी जी, मैं ने अपने नुस्खे से न जाने कितने ही लोगों को लम्बा किया है, और नुस्खा और जड़ी बूटियां कोई खेलने का सामान तो होती नहीं है,
जिसको जेब मे लेकर मैं घूमूँ। नुस्खा मेरे घर मे है। आप हमें जाने दीजिए मैं आपको कल वह नुस्खा लाकर दे दूंगा औऱ आप लम्बी हो जाना।
चुड़ैल नहीं मानी, और कहने लगी, मुझे तुम दोनों पर भरोसा नहीं है, यदि अपनी जान की सलामती चाहते हो तो श्याम को मेरे पास छोड़ कर नुस्खा ले आना।
किशन मान गया और श्याम को चुड़ैल के पास छोड़कर गांव आ गया। सुबह होते ही, उसने यह बात सभी गांववालों को बता दी। कोई जाकर एक तांत्रिक को बुला लाया,
जो कि आत्माओं को वश में कर सकता था। अब उन्होंने पूरे गांव को चुड़ैल के आतंक से छुटकारा दिलाने के लिए एक योजना बनाई।
Short Horror Stories in hindi Last- रात हुई और योजना के अनुसार सभी गांव वासी और वह तांत्रिक किशन के साथ बरगद के पेड़ के पास पहुंच गए।
योजना के अनुसार बाकी सब लोग थोड़ा दूरी पर छिप गए किशन चुड़ैल के पास गया ,
श्याम वहीं पर पेड़ से बंधा हुआ बेहोश पड़ा था। चुड़ैल किशन को देखकर खुश हुई। किशन ने चुड़ैल से कहा, मैं नुस्खा ले आया हूँ। आप अपनी आंख बंद कर लीजिए औऱ मैं अपना प्रयोग शुरू करता हूँ।
चुड़ैल ने आंखे बंद की और तब ही किशन कुछ झूठ मुठ के मन्त्र पढ़ने लगा। मन्त्र पड़ते पढ़ते ही उसने श्याम की रस्सी खोल दी और उस रस्सी से चुड़ैल को बांध दिया,
तभी सभी गांववाले और तांत्रिक बाहर आए, तांत्रिक ने चुड़ैल को अपनी बोतल में कैद कर लिया और अपने साथ ले गया।
और इस प्रकार पूरे गांव को और गांववासियों को बौनी चुड़ैल से छुटकारा भी मिल गया।
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Horror Stories Real in Hindi
” पेंटिंग वाली भूतनी “
बहुत समय पहले की बात है, मीरपुर नामक गाँव मे रवि नाम का चित्रकार अपनी पत्नी के साथ रहता था। रवि बहुत ही अच्छी पेंटिंग बनाया करता था।
उसने अपने चित्रकला के लिए अपना अलग कमरा बनाया था, जो कि उसके घर से थोडा दूर था। उसको कभी भी अपने चित्र बेचने की जरूरत नहीं पड़ती थी,
वह अपने गांव का इतना प्रसिद्ध चित्रकार था कि, लोग उसके चित्रकला वाले स्थान पर ही आकर अपनी मनपसंद पेंटिंग खरीद कर ले जाते थे। रवि का कार्य भी ठीक ही चल रहा था।
जिस कमरे में वह चित्रकारी किया करता था, उसी कमरे में एक भूतनी रहती थी, जो कि रोज रवि को चित्रकारी करते हुए देखती थी, लेकिन कभी भी रवि के सामने नही आती थी।
उसे रवि की चित्रकारी बहुत ही पसन्द थी। एक दिन रवि ने बहुत ही सुंदर चित्र बनाया। वह चित्र एक सुंदर लड़की का था। वह चित्र इतना सुंदर था कि स्वयं रवि को भी वह चित्र बहुत पसंद आया।
बहुत से लोग रवि के पास वह चित्र खरीदने के लिए आए, लेकिन किसी को भी वह चित्र रवि ने नहीं दिया। इससे पहले कि कोई और उस चित्र को खरीदने के लिए आता, रवि ने वह चित्र अपने घर पर ले जाने का फ़ैसला किया।
भूतनी को भी वह चित्र बहुत पसंद आया । वह उस चित्र वाली लड़की को देखकर यह सोचने लगी कि काश मैं भी इतनी ही सुंदर होती, मेरे पास तो शक्तियां है, मैं चाहूँ तो ऐसा ही रूप धारण कर सकती हूँ।
लेकिन यह पेंटिंग मुझे बहुत पसंद है, इससे पहले की कोई इसे ले जाए, मैं इसमें घुस जाती हूँ ताकि मैं हमेशा ही इस पेंटिग के साथ रहूं।
ऐसा सोचकर वह पेंटिंग के अंदर घुस गई।
अगले ही दिन रवि आया और अपनी पेंटिंग को उठाकर अपने घर ले गया। उसने अपनी पेंटिंग को अपनी पत्नी को दिखाया, उसकी पत्नी को भी वह पेंटिंग बहुत ही पसंद आई।
Horror Stories in Hindi Intrusting Part- दोनों ने मिलकर उस पेंटिंग को अपनी दीवार पर लगा दिया। अब भूतनी भी उस पेंटिंग में बनी हुई लड़की का रूप लेकर खुश थी। उसने घर में कोई नुकसान भी नहीं किया।
कुछ दिनों बाद रवि के कुछ रिश्तेदार उसके घर आए, बातों ही बातों में उन्हें वह पेंटिंग दिख गयी। अब रवि के रिश्तेदार ने उससे वह पेंटिंग मांग ली। रवि ने भी रिश्तेदार समझ कर वह पेंटिंग उसे दे दी।
लेकिन इन सब से भूतनी को बहुत ही गुस्सा आया। जब रिश्तेदार वह चित्र ले जा रहे थे, तब रस्ते में अचानक वह चित्र गायब हो गया और उनके सामने एक लड़की प्रकट हुई।
यह वही चित्र वाली ही लड़की थी। रिश्तेदारों को बहुत ही आश्चर्य हुआ। वह लड़की थोड़ी ही देर में हंसते हुए अपने असली रूप में आ गयी।
और कहने लगी, ” मैं तुम्हें नुकसान नहीं पहुँचाऊंगी, लेकिन तुम यह चित्र वापस रवि को ही देकर आओ, और मेरे बारे में किसी को भी मत बताना। नहीं तो मैं तुम्हारे पूरे परिवार को नष्ट कर डालूँगी। हा हा हा हा….”
इतना कहकर वह भूतनी फिर से चित्र में बदल गयी।
सबके डर के मारे पसीने छूटने लगे। रवि के रिश्तेदार वापस रवि के घर गए और उन्होंने बिना कुछ सवाल-जवाब कहे रवि को बाहर बुलाकर वह पेंटिंग वापस कर दी।
जब तक रवि इस बारे में उनसे कुछ पूछ पाता, तब तक वे लोग डर के मारे वहां से भाग गए। रवि को थोड़ा अजीब लगा लेकिन वह खुश था कि उसकी पेंटिंग उसे वापस मिल गयी।
रवि ने उस पेंटिंग को वापस से दीवार पर लगा दिया।
एक दिन रवि की पत्नी रसोईघर में खाना बना रही थी, तभी उसे एहसास हुआ कि उनके पीछे कोई खड़ा है, उसने पीछे मुड़ के देखा तो वहां कोई भी नहीं था, तब वह बाहर गयी और उसकी नजर पेंटिंग पर पड़ी। ऐसा लग रहा था जैसे कि पेंटिंग में बनी लड़की उसे ही देख रही हो, तब उसने सोचा कि यह उसका वहम है, जैसे ही वह रसोई की तरफ मुड़ी,
अचानक से उसके सामने चित्र की लड़की प्रकट हो गई। वह बहुत ही डर गई। उसने लड़की से पूछा, ” कौन हो तुम?”
लड़की ने कुछ नहीं कहा, और वह जोर जोर से भयानक आवाज में हंसने लगी। रवि भी अपने काम से वापस आ गया था। वह बाहर दरवाजे से अंदर देख रहा था,
उसे चित्र की लड़की को बाहर देखकर बहुत ही अचंभा हुआ। उसने निश्चय किया कि वह बाहर से ही पूरा मामला देखेगा।
इतने में वह चित्र वाली लड़की भूतनी में बदल गयी और रवि की पत्नी से कहने लगी, ” तूने मुझे अब मेरे असली रूप में देख लिया है, अब तू मुझसे नहीं बच सकती।”
Horror Stories Real in Hindi Last- इतना कहकर वह रवि की पत्नी के अंदर घुस गई। और रसोई में चली गयी। रवि यह सब देखकर बहुत चिंतित हुआ। उसको समझ में नहीं आ रहा था कि अब वह करे तो क्या करे।
इतने में उसे याद आया कि गांव में एक तांत्रिक बाबा है, उसने सोचा कि वे अवश्य ही मेरी मदद करेंगे।
रवि दौड़ता हुआ तांत्रिक बाबा के पास पहुंचा और तांत्रिक बाबा को सारी बात बता दी। उन्होंने अपनी तंत्र विद्या से रवि की पत्नी को उनके सामने प्रकट किया। रवि की पत्नी बहुत क्रोधित थी।
इतने में तंत्र विद्या द्वारा तांत्रिक ने भूतनी को रवि की पत्नी के शरीर से अलग कर दिया। और उसे एक बोतल मे कैद कर दिया।
रवि और उसकी पत्नी ने तांत्रिक बाबा का धन्यवाद ज्ञापित किया। और वे घर गए। अब वे दोनों खुशी से रहने लगे।
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” पैट्रोल चुराने वाला भूत “
एक शहर था। उस शहर में पैट्रोल को पसन्द करने वाली चुड़ैल रास्ते के किनारे रहती थी। वह कभी किसी रूप में रहती थी, कभी किसी, तांकि कोई भी उसको पहचान न सके।
वह अपना रूप बदलते रहती थी। उसको पैट्रोल बहुत ही पसन्द था। उसे पैट्रोल को खून की जगह पीना बहुत ही अच्छा लगता था। कोई भी व्यक्ति जब अपनी गाड़ी से उस रास्ते से गुजरता था,
तो वह अपनी शक्तियों से उस गाड़ी को रोककर उससे पैट्रोल चोरी कर वहाँ से भाग जाती थी।
उस शहर में, गीता अपने पति शिवम के साथ रहती थी। उनके पास एक बड़ी सी गाड़ी थी। शिवम अपनी उस गाड़ी को चलकर ही अपने परिवार का गुजारा करता था।
एक दिन शिवम, अपनी पत्नी गीता को लेकर, घुमाने के लिए ले जा रहा था। शिवम और गीता दोनों ही, उनकी गाड़ी में बैठकर घूमने जा रहे थे। जब वह रास्ते से जा रहे थे तो,
वे उस ही रास्ते से गुजरे जिस रास्ते के किनारे वह चुड़ैल रहती थी। जैसे ही वे चुड़ैल के रस्ते में पहुंचे उनकी गाड़ी अचानक से रुक गयी। शिवम ने देखा तो, गाड़ी की की टँकी में पेट्रोल। भरा हुआ था, लेकिन उसकी गाड़ी स्टार्ट नहीं हो रही थी।
इतने में भूतनी ने गाड़ी का सारा पेट्रोल निकाल लिया और वहां से भाग गई। शिवम ने अचानक देखा कि उसकी गाड़ी का पेट्रोल खत्म हो चुका है, भाग्यवश उनके सामने ही एक पेट्रोलपंप था तो,
वह अपनी गाड़ी को वहां ले गया और फिर दोनों पति-पत्नी घर आ गए।
एक दिन एक रमेश नाम का युवक भी उसी रास्ते से गुजर रहा था। उसके साथ भी बिल्कुल वैसा ही हुआ जैसा कि शिवम के साथ हुआ था। शिवम रमेश का अच्छा मित्र था।
घर जाकर उसने शिवम को फोन किया।
Horror Stories in Hindi Intrusting Part- फोन करके उसने यह सारी बात शिवम को बता दी। शिवम ने कहा, ऐसा ही मेरे साथ भी हुआ था। तब उन दोनों ने मिलने का निश्चय किया।
वे दोनो मिलकर जब इस बारे में बात कर रहे थे ,
तो उनकी बात एक आदमी ने सुनी वह भी उनके पास आया और बोला, ऐसा तुम दोनों के साथ ही नहीं बल्कि शहर के हर आदमी के साथ हुआ है, असल मे उस रास्ते मे एक चुड़ैल रहती है।
वह ही हम सबका पेट्रोल चुराती है, लेकिन वह इतने भेस बदलती है, कि किसी ने भी आज तक उसका असली रूप नहीं देखा है। दोनो दोस्त यह बातें सुनकर डर गए। दोनो ने सोचा,
आखिर कब तक हम उस भूतनी से डर कर रहेंगे। हमे उसका एक निश्चित निवारण करना होगा जिससे कि आज के बाद वह भूतनी किसी का नुकसान न कर सके। तभी रमेश को याद आया कि,
उसके दादी के गांव में भी एक बार भूतनी का साया मंडरा रहा था, मन्दिर के पुजारी जी ने उस भूतनी को वश में कर लिया था।
रमेश शिवम को लेकर अपनी दादी के गांव पहुंच गया। उसकी दादी तो अब जीवित नहीं थी, लेकिन वे दोनों वहां जाकर पुजारी जी से मिले और उन्हें पूरी बात बता दी।
Horror Stories Real in Hindi Last- पुजारी जी ने अपने मन्त्रो की शक्ति से सब पता लगाया। अब उन्होंने उस चुड़ैल को बुलाने वाला मन्त्र पड़ा।
पेट्रोल चुराने वाली भूतनी वहाँ प्रकट हुई। दोनो दोस्त डर गए।
चुड़ैल बोली, तुमने मुझे यहाँ क्यो बुलाया है, मैं ने तो आज तक किसी का नुकसान नहीं किया, बल्कि मैं तो केवल अपना प्रिय पेट्रोल ही लोगो की गाड़ियों से चुराती हूँ। “
पुजारी जी बोले, तूने भले ही किसी को मारा न हो, लेकिन तूने लोगों का बहुत नुकसान किया है, तुझे अब इसकी भरपाई तो करनी ही होगी। “
इतना कहकर पुजारी जी ने उस चुड़ैल को अपनी शक्तियों से एक लकड़ी में बदल दिया।
सबको भूतनी से छुटकारा मिल गया। यह बात, शिवम और रमेश ने जाकर पूरे शहर में बता दी। अब शहर में सभी लोग पेट्रोल चुराने वाली चुड़ैल के आतंक से मुक्त हो गए।
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” अंडे खाने वाला दैत्य “
बहुत समय पहले की बात है, आजादग़ंज में एक शम्भू नाम का व्यापारी रहता था। उसने अपने घर के पास में एक मुर्गीपालन के लिए कमरा बना रखा था। वह मुर्गियों को पालता था।
और उनसे जो भी अंडे मिलते थे, उन्हें बेचकर वह अपना घर चलाता था। शम्भू के परिवार में वह, उसकी पत्नी और उसका बेटा बंटी रहते थे। शम्भू बहुत ही खुशी खुशी अपने परिवार को पालता था।
वह रोज अपनी साइकिल पर बैठकर अपने अंडों को बेचने के लिए जाता था। वह बहुत ही लंबे रास्ते से बाजार जाया करता था। जिसमे उसका बहुत समय नष्ट हो जाता था।
एक दिन जब वह शाम को अपने अंडों को बेचकर वापस आ रहा था तब उसे एक छोटा रास्ता दिखाई दिया। वह उस दिन उस रास्ते से ही अपने घर को आया।
उसने महसूस किया कि वह आज जल्द ही घर पहुँच गया और उसका समय भी बच गया। उसने अब निश्चय किया कि रोज वह उस ही रास्ते से अपने अंडों को बेचने के लिए जाएगा।
अगले दिन उसने अपनी साइकिल में अपने अंडों को रखा और साइकिल में बैठकर चल पड़ा उसी छोटे रास्ते से। उस छोटे रास्ते मे एक बड़ा सा पेड़ था। उस पेड़ में एक दैत्य रहता था।
जैसे ही शम्भू उस पेड़ के पास से गुजरा, दैत्य ने अंडों की गंध सूंघ ली। उसे अंडे बहुत पसंद थे, और आज अंडे खाने का सुनहरा मौका उसके हाथ लग गया था। वह इस मौके को कैसे जाने देता।
वह चुपचाप बिना किसी आवाज के शम्भु की साइकिल में जाकर उसके अंडों के ढेर से कुछ अंडे चुरा लाया और मजे से अपने पेड़ पर जाकर खाने लगा।
अंडों को खाकर उसे बहुत अच्छा लगा। वहीं दूसरी ओर, शम्भू जब अंडे बेच रहा था तो उसे एहसास हुआ कि आज उसके अंडे कुछ कम हैं। वह अपने अंडे बेचकर घर चला गया।
Horror Stories real in Hindi Intrusting Part- दूसरे दिन भी ऐसा ही हुआ। जब शम्भू अंडे बेचने के लिए जा रहा था तो, फिर से दैत्य ने उसके अंडे चुरा लिए और उसके अंडे कम हो गए।
दैत्य ने सोचा, रोज रोज इतना इंतजार करने से तो अच्छा है कि मैं इसके घर ही चले जाऊं वहां मुझे मेरे मन पसन्द ढेर सारे अंडे मिलेंगे। दैत्य ने शाम होने का इंतजार किया।
जब शम्भू लौट रहा था तो, दैत्य भी उसके पीछे पीछे उसके घर तक आ गया। दैत्य ने सोचा कि मुझे एक ऐसी जगह छिपना होगा जिससे कि कोई भी मुझे न देख सके।
उसने घर का चप्पा चप्पा छान मारा लेकिन उसे कोई भी, अपने छिपने योग्य स्थान नहीं मिला। फिर उसने जब आखिरी कमरे को देखा तो, वहां पर कोई छिपने का स्थान तो नहीं था,
लेकिन हां वहां पर शम्भू का बेटा, बंटी सोया हुआ था।
दैत्य ने सोचा कि अगर मैं इस बच्चे के अंदर प्रवेश कर लूं तो मुझे कोई भी पहचान नहीं सकेगा और किसी को मेरे ऊपर शक भी नही होगा फिर मैं मजे से अंडों को खा सकता हूँ। यह सोचकर वह बंटी के अंदर घुस गया।
अब वह चोरी चोरी बंटी के भेष में अंडों की चोरी करने लगी। अंडे कम हो रहे थे। इस बात का एहसास शम्भू और उसकी पत्नी दोनों को हो रहा था। शम्भू तो दीन भर घर से बाहर रहता था ,
उसकी पत्नी ने सोचा, अब मुझे अंडों पर नजर रखनी होगी, जिससे कि मैं पता लगा सकूं की आखिर हमारे अंडे जा कहाँ रहे हैं।
एक दिन शम्भू की पत्नी ने बंटी से कहा, ” सुनो बेटा मुर्गियों के अंडे उठाकर अंदर अलमारी में रख दो। मैं खाना बना रही हूं।”
यह सुनकर दैत्य के खुशी के ठिकाने नहीं रहे। वह जल्द से गया सारे अंडे अलमारी में रख दिये। बंटी की मां खाना बना रही थी, तो दैत्य ने सोचा यही सही मौका है, अंडे खाने का।
बंटी उस समय ही दैत्य में बदल गया। और अंडे खाने लगा। बंटी की मां ने अपने बेटे को दैत्य के रूप में बदलते हुए रसोई की खिड़की से देख लिया। अब वह बहुत ही दुखी हुई।
वह सोचने लगी कि हाय राम ऐसा कैसे हो सकता है, मेरे बच्चे को इस दैत्य ने अपने वश में करा है और हमे पता ही नहीं है। मुझे यह बात शम्भू जी को बतानी चाहिए। शाम को शम्भू घर आया।
उसकी पत्नी बहुत चिंतित थी। शम्भू ने उससे उसके विचलित होने का कारण पूछा, तब उसकी पत्नी ने इधर उधर देखा,बंटी नहीं था।
और सब कुछ अपने पति को बता दिया और कहने लगी, ”हमारे बच्चे को बचा लीजिए।” अब शम्भू रोने लगा।
शम्भू ने अपनी पत्नी को दिलासा देते हुए कहा, ” भाग्यवान तुम चिन्ता मत करो, मैं कुछ न कुछ करके हमारे बच्चे को उस दैत्य के चंगुल से छुड़ा लूंगा।”
Horror Stories in Hindi Last- बंटी अपने कमरे में सोया हुआ था। शम्भू जल्दी से एक ऋषि के पास गया जिनके पास कुछ मायावी शक्तियां थी। उनको शम्भू ने सारी बातें बता दी। और ऋषिवर को घर ले आया।
शम्भू ऋषि को बंटी के कमरे में ले गया। ऋषि ने कुछ मन्त्र पड़े उन मंत्रों के उच्चारण से ही, दैत्य बंटी के शरीर से बाहर आ गया। अब ऋषि ने दैत्य को एक कुत्ते के रूप में बदल दिया ,
अब उन्हें दैत्य से छुटकारा मिल गया। ऋषिवर कुत्ते को बांधकर अपने साथ ले गए।
बंटी ठीक हो गया। उसके माता पिता बहुत खुश हुए, उन्होंने ईश्वर का धन्यवाद ज्ञापित किया ।
अब वे पुनः पहले की तरह एक साथ मिलजुल कर खुशहाल जीवन व्यतीत करने लगे।
Horror Story in Hindi
” माँ बनी चुड़ैल “
एक बार एक गांव में एक एक परिवार रहता था, उस परिवार में धनसिंह, उसकी पत्नी और बेटा मोहन रहा करते थे। मोहन जवान हो गया था अतः उसके माता -पिता ने उसकी शादी करवाने का सोचा।
वे मोहन की शादी ऐसे परिवार में करवाना चाहते थे, जो अपनी बेटी के साथ खूब सारा धन दहेज के रूप में दे सकें। परन्तु उन दोनों की यह मनोकामना पूरी न हो सकी।
क्योंकि मोहन को उसके ही गांव की एक लड़की बहुत पसंद थी, जिससे कि वह विवाह करना चाहता था। उसने अपनी मर्जी अपने माता पिता के सामने रख दी।
अब उसके माता पिता भी क्या करते उन्हें मोहन की बात माननी पड़ी।
मोहन और सुधा की शादी करवा दी गयी। लेकिन उसकी सांस सहर रोज ताने देती थी, ताकि वह मोहन का पीछा छोड़ दे, लेकिन इसके बदले में सुधा कुछ नहीं कहती,
और अपने सास और ससुर की सेवा में लगी रहती थी। अब मोहन सुर सुधा की एक लड़की हो चुकी थी। लड़की होने पर सुधा की सांस बहुत ही नाराज थी, उन्हें पोता चाहिए था।
इस बार भी उसने अपनी बहू पर तानों की बरसात करना शुरू कर दिया।
मोहन कुछ दिनों के लिए गांव से बाहर जा रहा था। धनसिंह और उसकी पत्नी ने मिलकर योजना बनाई कि मोहन के यहां से जाते ही, हम सुधा का काम तमाम कर देंगे,
और मोहन की शादी मोना से करवा देंगे, जिससे कि हमें दहेज भी मिल जाएगा और पोता भी।
Horror Stories Real in Hindi Intrusting Part- मोहन बाहर चला गया। मौका मिलते ही, धनसिंह और उसकी पत्नी ने सुधा को मार डाला। और आंगन में ही उसकी लाश को दफना दिया ताकि कोई भी देख न सके।
उन्होंने सुधा की बच्ची को भी आंगन में ही छोड़ दिया। अब वह छोटी सी गुड़िया बहुत रोए जा रही थी उसको भूख भी लगी थी। अपनी बेटी के रोने की आवाज सुनकर सुधा से रह नहीं गया वह एक चुड़ैल बनकर बाहर आई।
और अपनी बेटी को देखकर बहुत रोई, जब वह अपनी बच्ची को पकड़ने के लिए जा रही थी तो वह अपनी बच्ची को छू नहीं पाई। क्योंकि उसके पास कोई शक्तियां नहीं थी ,
और न ही वह किसी चीज को छू या महसूस कर सकती थी, अब च अपनी किस्मत पर बहुत रो रही थी। वह बाहर गयी जहाँ पर उनके घर का पालतू कुत्ता बंधा हुआ था।
जब सुधा जीवित थी तो वह उस कुत्ते का बहुत खयाल रखा करती थी। कुत्ते ने सुधा को देख लिया। अब वह अपनी पूछ हिलाने लगा। सुधा ने फिर कुत्ते से मदद मांगी ,
कुत्ते ने सुधा की बच्ची को जमीन से उठाकर ऊपर बिस्तर पर रख दिया। उसको भूख लगी थी, तो कुत्ते ने दूध की बोतल उसके मुह से लगा दी। अब बच्ची का रोना थोड़ा कम हो गया और वह दूध पीकर आराम से सो गयी।
अब सुधा चुड़ैल घर में इधर उधर भटकने लगी। भटकते हुए वह अपने सांस ससुर के पास चली गयी। दोनो सोए हुए थे, सुधा ने उनको बहुत कोसा, लेकिन उसकी आवाज उन तक नहीं पहुंच पाई।
सुधा बहुत बेबस महसूस कर रही थी। सुधा ने अब ईश्वर को याद किया वह बोली, यदि मैं ने कभी भी आपकी आराधना की हो तो मुजगे उसका फल शक्ति प्रदान कर के दे दिजीए।
उस समय ही सुधा चुड़ैल के शरीर मे एक रौशनी जैसी चमकी और उसे लोगों को छूने की शक्ति मिल गयी। अब उसने अपने सांस ससुर को परेशान करना शुरू कर दिया।
सुधा के सांस ससुर समझ गए कि सुधा का भूत हमे परेशान कर रहा है। अब मोहन भी घर आ गया। मोहन, सुधा को घर मे न पाकर बहुत चिंतित हो उठा।
जब उसने अपने माता पिता से यह बात पूछी तो, उन्होंने कह दिया कि सुधा तुम्हारी माँ के जेवर लेकर घर से भाग गई है। इस पर सुधा चुड़ैल ने उनको और परेशान करना शुरू कर दिया।
सुधा ने सोच लिया था कि वह अपने पति, मोहन के सामने उसके माता पिता का सच लाकर ही रहेगी। उसने कुत्ते की मदद ली।
Horror Stories in Hindi Last- कुत्ता मोहन को उस ही जगह लेकर गया, जिस जगह पर सुधा के शरीर को दफनाया गया था।
मोहन ने जब उस जगह को खोदा तो, उसे सुधा मरी हुई मिली, वह बहुत दुखी हुआ।
तभी सुधा ने उसके माता पिता को उसके सामने लाकर खड़ा कर दिया और उनसे सच उगलवाया।
मोहन के माता पिता ने अपना जुर्म कबूल कराया और उन्हें पुलिस पकड़ कर ले गयी। अब सुधा, चुड़ैल के रूप में मोहन के सामने आई, और बोलने लगी,
” आप हमारी गुड़िया का ख्याल रखना मुझे अब जाना होगा।”
इतना कहकर वह अदृश्य हो गयी। और उसको मुक्ति मिल गयी।
Conclusion | Horror Story
आज आपने पढ़ी True Horror Stories in Hindi. आशा करते हैं आपको आज की हमारी यह Short Horror Stories in Hindi पसन्द आएंगी, और जिनहें आप दूसरों को भी रिकमेंड करेंगे। ऐसी ही और कहनियाँ पढ़ने के लिए बने रहिये Sarkaariexam.com के साथ।