घोड़ा और गधा | The Horse And The Donkey Story In Hindi | मूर्ख घोड़ा
आज हम देखेंगे घोड़ा और गधा (The Horse And The Donkey Story In Hindi)। आशा करते हैं, आपको इस मोरल कहानी से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। तब चलिये शुरू करते हैं।
घोड़ा और गधा
एक बार की बात है, एक व्यापारी के पास एक गधा और एक प्यार सा घोड़ा था। व्यापारी गधे से बहुत अधिक काम करवाता था। लेकिन घोड़े से बहुत कम क्योंकि घोड़ा केवल दौड़ने के लिये ही रखा था।
इस वजह से ही घोड़ा स्वयं को बहुत भाग्यशाली और अच्छा मानता था।
एक दोपहर व्यापारी अपने गधे और घोड़े को लेकर शहर के बीचों बीच लगने वाली बाजार की ओर जा रहा था। वह घोड़े के लिए कुछ आवश्यक खाने का सामान लेने के लिए जा रहा था।
इसी के साथ ही उसे अपना कुछ सामान किसी को देना था, तो वह उस उद्देश्य की पूर्ति करने के लिए अपने सामान को अपने गधे के उपर जबरजस्ती ठूसकर बाजार की ओर लेजा रहा था।
वह गधे को बिल्कुल अच्छ नही मानता था, गधे के ऊपर वजन लदा हुआ था, वह वजन 50 किलो से भी ऊपर था, जो गधे के लिये बहुत भारी था। जिसकी वजह से गधा थोड़ी ही देर चलने में उबासी लेने लगा।
कुछ देर बाद गधे की हिम्मत टूटने लगी तो गधे ने बगल में चल रहे घोड़े से निवेदन करते हुए कहा, घोड़े भाई मेरे ऊपर अधिक वजन लदा हुआ है। क्या आप इसमें से आधा वजन अपने ऊपर लाद लोगे।
घोड़ा का रहन सहन अच्छा होने के कारण वह बहुत घमण्ड में था। उसने गधे को साफ शब्दो मे मना कर दिया। गधा बहुत निराश हुआ और चलने लगा। कुछ देर बाद गधे को बहुत अधिक चक्कर आ गया और वह नीचे गिर गया।
गधे को देख व्यापारी ने सोचा, इसके ऊपर शायद वजन अधिक हो गया था तभी इसे चक्कर आ गया है।
यह सोचकर व्यापारी ने गधे के ऊपर से सारा वजन निकालकर घोड़े के ऊपर वजन लाद दिया। वजन सच में बहुत भारी था। घोड़ा अब चलते चलते सोचने लगा, काश की मैने पहले ही गधे की बात मान ली होती तो मुझे अभी इतना अधिक वजन उठाना नही पड़ता।
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सीख | घोड़ा और गधा – घमंड कभी नही करना चाहिए।
अपने देखी घोड़ा और गधा (The Horse And The Donkey Story In Hindi)। आशा करते हैं, आपको यह कहानी पसन्द आयी, और इससे बहुत कुछ सीखने को भी मिला होगा।